तुष्टीकरण नीति से ब्राह्मण समाज हाशिए पर : आदित्य

आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार की उठाई मांग

भिण्ड, 03 जनवरी। ब्राह्मण युवा संगठन के चंबल संभाग के मीडिया प्राभारी पत्रकार आदित्य द्विवेदी ने सामाजिक चर्चा में सोमवार को ब्राह्मण समाज की गिरती आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में खास तौर से एक साजिश के तहत ब्राह्मणों को पीछे धकेल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण जो समाज का मार्गदर्शक होता था, वह सरकारों की तुष्टीकरण नीति के चलते हाशिए पर चला गया है। अब समय आ गया है कि समस्त ब्राह्मण एक मंच पर एकजुट होकर अपनी खोई हुई गरिमा को प्राप्त करने का सार्थक प्रयास करें। द्विवेदी ने कहा कि अगर डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में प्रोविजनल तौर पर 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था केवल 10 साल के लिए की थी, तो अब देश की सरकारों को वोट का मोह त्याग कर तुष्टीकरण की राजनीति को छोड़ देना चाहिए और आरक्षण व्यवस्था पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा ब्राह्मण समाज आने वाले समय में एकजुट होकर सड़कों पर आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि मप्र में समाज पर सबसे ज्यादा झूंठे प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जो बेहद शर्मनाक है।