भिण्ड, 22 सितम्बर। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी के निर्देशन में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना एवं जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के तहत संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन मेहगांव आईटीआई परिसर में किया गया। जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग से बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना, परियोजना अधिकारी मेहगांव महावीर सिंह एवं कार्यालय की पर्यवेक्षक और परियोजना अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और किशोरी बालिकाएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में बाल संरक्षण अधिकारियों सक्सेना ने बच्चों और महिलाओं से संबंधित संचालित विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी और बताया कि महिला हिंसा, महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायत महिला हेल्पलाइन 181 और शी बॉक्स पोर्टल पर की जा सकती है, इसी प्रकार से विधिक सहायता हेतु लीगल एड हेल्पलाइन 15100 पर शिकायत की जा सकती है, चाइल्ड हेल्पलाइन बच्चों से संबंधित प्रकरणों के संबंध में 1098 का उपयोग किया जाता है। इसी तरह के टोल फ्री नं.180010227222 साइबर क्राइम पोर्टल पर या 1930 पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसी के साथ संवेदीकरण के अगले चरण में सभी प्रतिभागियों को बाल-विवाह के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई और स्पष्ट किया गया। अमूमन बाल विवाह के प्रकरणों की जांच में हम देखते हैं इस संबंध में बालिका अथवा बालक के माता-पिता द्वारा पूर्व से डॉक्टर का प्रमाण पत्र जिसमें उनकी आयु 18 वर्षों से अधिक दर्शाई जाती है, प्रस्तुत किया जाता है जो कि मान्य नहीं है, किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के तहत बाल कल्याण समिति के आदेश के उपरांत मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी किया गया चिकित्सा की आयु संबंधी प्रमाण पत्र ही मान्य है पूर्व में जारी आयु संबंधी प्रमाण पत्रों पर विचार नहीं करना चाहिए। अत: जांच करते समय बाल विवाह की पूर्व सूचना देनी चाहिए।
सामान्यत: शिकायतें आयोजन के पूर्व ही आती हैं, आयोजन के अंतिम समय बाल विवाह रोकने की स्थिति में कई बार विवादास्पद और झगड़ा जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जो सही नहीं हो सकती। विवाह के पूर्व ही संबंधित परिवार की काउंसलिंग की जाकर उन्हें समझाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में बाल विवाह न करने के संबंध में शपथ पत्र वितरण कर शपथ भी दिलाई गई, कार्यक्रम में मिशन वात्सल्य के तहत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि आंगनबाड़ी में आने वाले सभी बच्चों को गुड टच और बैड टच के संबंध में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिए जाने की भी बात की गई और उनको समझाया गया कि किस प्रकार से बच्चों को जानकारी देनी है उसी संबंध में पोक्सो ई-बॉक्स की जानकारी भी प्रदाय की गई और अन्य प्रशिक्षण सामग्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्टिकर, चाइल्ड हेल्पलाइन स्टीकर सभी आगनबाड़ी केन्द्रों में चश्पा हेतु प्रदाय की गई। डिस्ट्रिक्ट हब के तहत प्रदाय की जाने वाली सुविधाएं जागरूकता सेवाएं, विभिन्न कानून से संबंधित जानकारी सम्बधी संपूर्ण प्रशिक्षण किट प्रदाय की गई।
कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी महावीर सिंह खटीक ने सभी से अपेक्षा की कि वह उक्त प्रदाय जानकारी का अपने क्षेत्र में उपयोग करेंगे, अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएंगे। साथ ही समस्त सुपरवाइजर से अपेक्षा की कि अपनी सेक्टर स्तरीय बैठक में भी उक्त विषयों की निगरानी करें। कार्यक्रम में दीपक कुमार ओझा, अरविन्द भदौरिया, दीपेन्द्र शर्मा, नंदिनी खत्री, पर्यवेक्षक विमलेश चौधरी, रेखा रायपुरिया, पर्यवेक्षक सुधा शर्मा एवं रासेयो से राहुल राजपूत उपस्थित रहे।