जिले में आयुष संस्थाओं पर महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी आयुष सेवाएं की थीम पर हुआ शिविर का आयोजन

-शिविर में आने वाली महिलाओं की हुई विभिन्न प्रकार की जांच
-जिले में आयुष संस्थाओं पर देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत लगभग 4 हजार लोगों हो चुका है प्रकृति परीक्षण

भिण्ड, 14 दिसम्बर। मप्र शासन आयुष विभाग द्वारा दिए गए निर्देशानुसार कलेक्टर भिण्ड संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में एवं डॉ. नीलम कुशवाह के नेतृत्व में जिले की सभी आयुष्मान आरोग्य मन्दिर (आयुष) संस्थाओं पर शनिवार को शिविर का आयोजन किया गया। जिसकी थीम महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी आयुष सेवाएं रहीं।
इन शिविरों में क्षेत्र की सभी किशोरी बालिकाओं, महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा बुजुर्ग महिलाओं को विशेष रूप से बुलवाया गया। इसके लिए आयुष संस्थाओं ने अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कर्मचारियों, आंगनबाडी कार्यकताओं से भी समन्वय किया साथ ही इन शिविर में आने वाली महिलाओं की विभिन्न प्रकार की जांच जैसे ब्लड प्रेशर, वेट, यूरिन एग्जामिनेशन, उनकी अस्थि संधियों की जांच, आदि की व्यवस्था भी की गई तथा लक्ष्य दंपत्ति को परिवार नियोजन संबंधी सलाह और अस्थाई साधन जैसे निरोध, कॉपर टी आदि तथा स्थाई साधन जैसे नसबंदी, एनएसवीटी आदि के लिए प्रेरित किया गया तथा अन्य स्वास्थ्य देखभाल, कोई व्याधि होने पर चिकित्सकीय परीक्षा कर आयुष उपचार प्रदान किया गया। इसके अलावा अन्य मरीजों को भी चिकित्सकीय सलाह और औषधि वितरण किया गया। साथ ही संस्था पर दी जाने वाली सर्विसेज की जानकारी तथा आयुष विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी आने वाले लोगों को दी गई। शिविर का शुभारंभ स्थानीय जन प्रतिनिधि द्वारा किया गया। शिविर में आने वाली महिलाओं को आयुर्वेद अनुसार लाइफ स्टाइल( जिसे आयुर्वेद में दिनचर्या, ऋतुचर्या कहा जाता है) के बारे में विस्तार से आयुष चिकित्सकों द्वारा बताया गया। शिविर में उपस्थित योग प्रशिक्षकों द्वारा दैनिक जीवन में आवश्यक योग क्रियाओं की जानकारी दी गई। सामुदायिक आयुष चिकित्सा अधिकारियों द्वारा प्रकृति परीक्षण किया गया एवंं मरीजों द्वारा बताई गई समस्याओं का निदान किया गया, साथ ही इन शिविर में ऑर्गन डोनेशन प्रतिज्ञा का आयोजन किया गया और इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हुए लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन पूर्ण करवाए गए।
जिला आयुष अधिकारी डॉ. नीलम कुशवाह ने बताया कि इस समय जिले में आयुष संस्थाओं पर देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत अब तक लगभग चार हजार लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जा चुका है।