अघोषित विद्युत कटौती से जनता त्रस्त, अधिकारी मस्त

बिजली की ट्रिपिंग से उपभोक्ताओं को लग रही चपत

भिण्ड, 06 जनवरी। गोहद क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती और ट्रिपिंग ने आम आदमी का जीना दुश्वार कर दिया है। कटौती के कारण जहां आमजन की दिनचर्या बिगड गई है, वहीं व्यापारिक प्रतिष्ठानों व मिलों पर भी इसका प्रभाव पड रहा है। बिजली की ट्रिपिंग से जनता परेशान है। यह समस्या शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रही है। करीब एक पखवाडे से चल रही इस समस्या के कारण आमजन बेहाल है, वहीं मिल मालिकों को भी नुकसान हो रहा है। उधर बिजली कंपनी के अधिकारी लोड अधिक होने की बात कहकर पल्ला झाड रहे हैं।
बिजली की घोषित कटौती बंद है, लेकिन सुबह छह से आठ के बीच बिजली काटी जा रही है। इतना ही नहीं कभी सुबह तो कभी दोपहर और कभी रात में भी बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है। हैरानी की बात यह है कि कटौती क्यों की गई है, इसके बारे अधिकारी भी उपभोक्ताओं को सही जानकारी से वाकिफ नहीं कराते हैं।
आमजन रामसिया जाटव, संतोष प्रजापति, नारायण प्रजापति का कहना है कि जब से विद्युत विभाग में नए अधिकारियों की पोस्टिंग हुई है, तब से विद्युत कटौती बढ गई है। विद्युत अधिकारियों से कई बार गुहार लगाने के बाद भी आमजन की समस्या का निदान होने की बात तो दूर आमजन के साथ सही से व्यवहार भी नहीं किया जाता, न ही विद्युत अधिकारियों द्वारा फोन रिसीव किए जाते हैं। मीडिया द्वारा अधिकारी रणवीर सिंह राजपूत से बात करने पर वह अपने समकक्ष अधिकारी पर बात टालते नजर आए। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि गोहद विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा स्वयं के नियम बना कर अघोषित विद्युत कटौती की जाकर जनता को परेशान किया जा रहा है।

ट्रिपिंग में क्यों खराब होते हैं उपकरण

बिजली की ट्रिपिंग के दौरान वोल्टेज हाई हो जाता है। हाई वोल्टेज से उपकरणों पर लोड अधिक पडता है, इससे बिजली उपकरणों के वायर जलकर खराब हो जाते हैं।

क्यों होती है ट्रिपिंग?

बिजली लाइनों के रख-रखाव में लापरवाही। बिजली के पोलों पर लगे कंडेसरों को न बदला जाना। ट्रांसफार्मरों पर फ्यूज के लिए उपयोग होने वाले तारों का न होना। लोगों द्वारा ट्रांसफार्मरी पर कटिया डालना।

इनका कहना है-

बिजली कंपनी ने भले ही घोषित कटौती बंद कर दी है, लेकिन अघोषित कटौती जारी है, बार-बार लाइट ट्रिपिंग हो जाती है।
सुरेश बोहरे, स्थानीय निवासी

अघोषित विद्युत कटौती के बारे में कुछ नहीं बता पाऊंगा, इसके बारे सहायक यंत्री शहर व उप महाप्रबंधक ही बता पाएंगे।
आरएस राजपूत, सहायक यंत्री गोहद