ग्राम किशूपुरा में श्रीमद् भागवत कथा में हो रहे हैं प्रवचन
भिण्ड, 16 मार्च। आज के समय में तेेरा-मेरा का भाव के साथ लोगों में अहंकार एवं अभिमान बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि लोगों में मानवता और भक्ति कम होती जा रही है। यह उद्गार महिला सत्संग शिक्षा महिला मण्डल किशूपुरा द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन करते हुए कथा प्रवक्ता देवी संध्या ने व्यक्त किए। कथा परीक्षत राजेन्द्र सेंगर हैं।
कथा के दौरान प्रवचन करते हुए देवी संध्या ने कहा कि भगवान अहंकार एवं अभिमान से दूर रहता है। जब तक मनुष्य में अहंकार रहेगा भगवान से मिलन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि संसार में आए हो तो तेरा-मेरा मत करो। प्रभु ने हमें मानव का वेश दिया है तो माली की तरह सेवा करो, मालिक मत बनो। मालिक तो सिर्फ प्रभू ही है। उन्होंने कहा कि रावण, कंभकर्ण, कंस जैसे बलशालियों का पतन अहंकार के कारण ही हुआ। संसार में भागने से नहीं वल्कि विषयों को मन से हटाने से ही मुक्ति है। कलयुग में सत्य की कमी और झूठ का बोलबाला ही क्लेश और कलह का मुख्य कारण है। हमारे जीवन में भगवत भक्ति ही उजाला ला सकती है।