संत रामदास महाराज के साथ लोगों ने लगाई दंदरौआधाम की परिक्रमा
भिण्ड, 16 मार्च। दंदरौआ धाम में श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर महंत श्री रामदास जी महाराज ने गाय के महत्व का संदेश देते हुए पांच किमी की परिक्रमा की। परिक्रमा के दौरान श्रृद्धालु धर्म ध्वज के साथ जयश्रीराम के नारे लगाते हुए चल रहे थे।
इस दौरान महंत श्री रामदास महाराज ने श्रृद्धालुओं को गाय एवं बैल का महत्व समझाते हुए कहा कि गाय हमारी माता है गाय का दूध, गाय का मूत्र अमृत के समान है और गाय का गोबर का धार्मिक महत्व भी है। पहले मनुष्य बैल को रखता था बैल घास खाते थे और गोबर करते थे, इससे गोबर की प्राकृतिक खाद हमारी जमीन को लगती थी। अब आधुनिक जमाना गया है, ट्रैक्टरों से खेती होती है और ट्रैक्टरों में डीजल का प्रयोग किया जाता है, जिससे वायु मण्डल में भी प्रदूषण फैलता है।
उन्होंने बताया कि दंदरौआ धाम में नवदुर्गा के पावन पर्व पर मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बैल एवं घोड़े की दौड़ प्रतियोगिता भी रखी जाएगी, जिससे ग्रामीणों में गाय और बैल को पालने लिए उत्साह जागृत हो। उन्होंने कहा कि मनुष्य को सुबह गाय के ऊपर हाथ फेरने से रक्तचाप और कई तरह की बीमारियां दूर हो जाती हैं। दंदरौआ धाम की परिक्रमा के दौरान श्रृद्धालु और साधु-संतों के अलावा गांव के बच्चे, युवा एवं वृद्धजन शामिल रहे।