प्रतियोगिता युवाओं के व्यक्तित्व विकास में मील का पत्थर साबित होती है : सहकारिता मंत्री

जिला स्तरीय मुख्यमंत्री कप खेल प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन

भिण्ड, 15 दिसम्बर। सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री कप खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन 17वीं बटालियन विस बल भिण्ड में किया गया। उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस दौरान भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह नरवरिया, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान, सीईओ जिला पंचायत जेके जैन, एडीएम जेपी सैयाम, एएसपी कमलेश कुमार, डिप्टी कलेक्टर पराग जैन, एसडीएम भिण्ड-अटेर उदय सिंह सिकरवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने प्रतिभागियों से कहा कि खेल में प्रतिभाग करने वाले नौजवानों को कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। उन्हें विजय का संकल्प लेकर खेल के मैदान में उतरना चाहिए और अगर कोई किसी त्रुटि से उन्हें सफलता नहीं मिलती है तो आगामी अवसर के लिए उन्हें और दुगनी मेहनत से प्रयास करना चाहिए। एक न एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से व्यक्ति का स्वास्थ अच्छा रहता है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इसलिए युवाओं को खेल में प्रतिभाग करने का अवसर मिलना चाहिए। खेलों के माध्यम से युवाओं को खेल के क्षेत्र में अपना बेहतर कैरियर बनाना चाहिए। खेल से सामूहिक भावना एवं अनुशासन की भावना आती है और प्रतियोगिता से जो मन में प्रतिस्पर्धा पैदा होती है, वह युवाओं के व्यक्तित्व के विकास में मील का पत्थर साबित होती है। उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से अपना नाम रोशन करने वाले युवाओं का इतिहास इस बात का साक्षी है कि देश एवं समाज के विकास में खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है। खेलों में भी कैरियर बनाने की संभावनाएं हैं। सभी प्रतिभागी अपना लक्ष्य निर्धारित करें। लक्ष्य परिपक्व होने पर विकास पक्का है। एकलव्य ने भी लक्ष्य निश्चित किया था और आज वह अपने गुरू के प्रति निष्ठा, एकाग्रता, लगन के कारण याद किए जाते हैं।
विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि खेलों के प्रति युवाओं का जो जोश है, शासन का उद्देश्य है कि उसे धरातल पर भी उतारा जा सके, बच्चों आपका भविष्य उज्जवल हैं, आप में ऊर्जा और प्रतिभा है, आपका बल और उत्साह सदैव काम आएगा, इसलिए इसे बनाए रखें, खेल एक विद्या है, इस विद्या का अभ्यास लगातार होना चाहिए, जिससे आप जीवनभर खेल सकते हैं, खेल जीवन में सदैव काम आएंगे, इसलिए इनके बारे में निरंतर सोचना आवश्यक है, खेल खेलते समय सदैव खिलाड़ी की भावना, सहयोग की भावना एवं टीम की भावना रहनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि खेल में हार जीत से अधिक मायने खेल में भाग लेना और खेल भावना से खेलना है। खेल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, जिसके बिना जीवन पूर्ण नहीं होता है, युवाओं को खेलों के साथ जुड़कर कुशल प्रदर्शन करते हुए अपने परिवार, राज्य व देश का नाम रोशन करना चाहिए। खेलों से केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक विकास भी होता है। एएसपी एवं खेल युवा कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार खरपुसे ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया।