ग्राम गुदावली में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा एवं श्री हनुमान पंचकुण्डीय महायज्ञ
भिण्ड, 29 नवम्बर। इस संसार में भगवान की कथा ही सार है, मनुष्य तपस्या और योग से भगवान की भक्ति नहीं मिल पाती है, परंतु जो मनुष्य केवल भगवान का नाम ही जप करता है तो उस मनुष्य को भगवान की भक्ति मिलना आसान हो जाती है। कलयुग में मनुष्य को भजन करने का वातावरण नहीं मिल पाता है, धुंधकारी का नाम पिता के आधार नहीं रखा गया था, बल्कि उनकी माता के आधार पर रखा गया था। यह उद्गार जगतगुरू स्वामी रामभद्राचार्य जी ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए मेहगांव क्षेत्र के ग्राम गुदावली स्थित श्रीश्री 1008 बाबा बालकदास महाराज महासिद्ध पीठ धाम परिसर में संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा एवं श्री हनुमान पंचकुण्डीय महायज्ञ आयोजन के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। यह कथा चार दिसंबर तक चलेगी।
श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर मंहत रामदास जी महाराज के सानिध्य में किया गया। कथा पारीक्षित श्रीमती ममता-महेन्द्र शर्मा हैं। कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक होगा। इस मौके पर यज्ञचार्य पं. रामस्वरूप शास्त्री, अभिषेक शास्त्री, पवन शास्त्री, पूर्व विधायक राकेश शुक्ला, रामबरन पुजारी, समाजसेवी अशोक भारद्वाज, रामहरी शर्मा एडवोकेट, जलज त्रिपाठी, महेश चौधरी सहित अनेक श्रृद्धालु मौजूद रहे।