अल्प विराम के उपयोग से करें आंनद की अनुभूति : अखिलेश अर्गल

आनंद विभाग द्वारा पांच दिवसीय ऑनलाइन अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित

ग्वालियर, 21 अक्टूबर। आनंद विभाग मप्र राज्य आनंद संस्थान द्वारा ग्वालियर जिले के 50 आनंदकों के लिए पांच दिवसीय ऑनलाइन अल्प विराम कार्यक्रम भोपाल से जीतेश श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में जिला ग्वालियर के ट्रेनिंग कॉर्डिनेटर विजय कुमार (उपमन्यु) डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लीडर (आनंद) के साथ मास्टर ट्रेनर कौशल किशोर बुटोलिया, दीप्ति उपाध्याय, डॉ. रूपा आनंद, आनंदम सहयोगी गजेन्द्र सरकार विभिन्न आनंद सत्रों का संचालन किया गया। मास्टर ट्रेनर ईएके शर्मा एवं आनंदम सहयोगी भारती शाक्य, तृप्ति शर्मा, सुनील चोपड़ा द्वारा प्रदत सहयोगी भूमिका का निर्वहन किया गया।
मप्र राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अखिलेश अर्गल ने ग्वालियर आनंदक टीम को जिले के आनंदकों के लिए निरंतरता में अल्प विराम आयोजन के लिए बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि भौतिक सुख, संपन्नता जीवन जीने के लिए तो आवश्यक है पर उसका आनंद से प्रत्यक्ष संबंध नहीं है। आंनद को जानने अनुभव करने हेतु हमें स्वयं के भीतर जाकर ही उसका एहसास करना होगा। उन्होंने अल्प विराम की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अल्प विराम का प्रयोग हमें आनंद की अनुभूति की ओर अग्रसर करता है। जरूरी नहीं है कि सफल होने पर ही खुशियां कदम चूमें, संपूर्णता में किए गए प्रयास भी हमें आनंद देते हैं।
पांच दिवसीय अल्प विराम कार्यक्रम में शांत समय में आत्मपोषण के निमित्त विचार बिन्दुओं के साथ आंनद सत्रों के अंतर्गत आनंद की ओर, जीवन का लेखा-जोखा : मदद, कृतज्ञता, माफी मांगने, क्षमा करने के संतुलन, चिंता भय को जानकर चिंता के दायरे से समाधान की दिशा को प्राप्त करना एवं फ्रीडम ग्लास तथा मौन की शक्ति पर सत्रों का सात से 12 अक्टूबर तक संचालन हुआ। उक्त अल्प विराम कार्यक्रम ग्वालियर के आनंदकों हेतु स्वयं को जानने, मौन की शक्ति को पहचानने, तनाव से मुक्ति, चिंताओं को नए नजरिए से देखने और आंनद को जीवन में महसूस करने हेतु उपयोगी साबित हुआ। जिसमें सहभागी आनंदकों ने अपने अनुभव साझा किए और जीवन में शांत समय के अभ्यास को अपनाने का संकल्प लिया।