सेना में भर्ती होकर करना चाहती हूं देश की सेवा : रूबी

मप्र कबड्डी टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में प्रदर्शन कर चुकी हैं रूबी खान

भिण्ड, 19 दिसम्बर। कुछ दिनों पहले गोहद में राज्य स्तरीय कबड्डी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। जिसमें मप्र की 56 टीमों ने बालक व बालिका वर्ग की कबड्डी चैंपियनशिप प्रतियोगिता में भाग लिया था। बालिका वर्ग की लोकल टीम ने फाइनल में पहुंचकर सभी का दिल जीता। यद्यपि बगैर संसाधनों के भिण्ड की टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया, फिर भी फाइनल में रीवा जिले से भिण्ड की टीम हार गई। परंतु हारने के पश्चात भी रूबी खान के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बदौलत सभी का दिल जीत लिया। जिसके उपरांत उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। रूबी खान को पिछले वर्ष भी अपनी बड़ी बहन रुखसार के साथ मप्र कबड्डी टीम में छत्तीसगढ़ में खेलने का मौका मिला चुका है। रूबी खान अपने पिता की चार संतानों में से दूसरे नंबर की 14 वर्षीय पुत्री है। रूबी खान का परिचय कोई खास परिवार से नहीं आता, इनके पिता सुल्तान उर्फ बंटी खान गोहद के वार्ड क्र.चार में निवास करते हैं और दिहाड़ी पर टैम्पो या अन्य वाहन चलाने का कार्य करते हैं। इनका परिवार गरीबी रेखा के नीचे यापन करता है रूबी खान अपने चार भाई-बहनों के बीच में दूसरे नंबर की बहन है, इनसे बड़ी बहन रुखसार हैं, इन्होंने पिछली बार छत्तीसगढ़ में आयोजित हुए नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में रूबी खान के साथ भाग लिया था। रूबी खान जिस जाति से आती हैं, वह मुस्लिम धर्म की सबसे पिछड़ी जाति है, जिसकी आजादी के बाद आज तक गणना भी नहीं हो सकी है। यह जाति आतिशबाज या भड़भूजा नाम से जानी जाती है। इस जाति के लोग थोड़ा बहुत पढ़ लिख जाते हैं तो वह सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करते हैं, इसलिए रूबी खान का भी सपना कबड्डी की नेशनल टीम में खेलना एवं सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना है।