अभियोजन अधिकारी एवं पुलिस एक-दूसरे के सहयोग से अपराध पर लगा सकते हैं अंकुश : कमिश्नर मिश्र

– भोपाल संभाग के अभियोजन अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

भोपाल, 22 सितम्बर। भोपाल संभाग के विभिन्न जिलों के अभियोजन अधिकारियों एवं लोक अभियोजकों का एक दिवसीय संभागीय प्रशिक्षण कार्यक्रम होटल पलाश रेजिडेंसी भोपाल में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्रा, विशिष्ट अतिथिमप्र के अभियोजन संचालक बीएल प्रजापति शामिल हुए।
मुख्य अतिथि भोपाल कमिश्नर हरि नारायणचारी मिश्रा ने आईसीजेएस के संबंध में पुलिस विभाग में होने वाले परिवर्तनों, उक्त के संबंध में पुलिस के प्रशिक्षण के बारे में जानकारियां बताईं। साथ ही कहा कि अभियोजन अधिकारी एवं पुलिस एक-दूसरे के सहयोग से अपराध पर अंकुश लगा सकते हैं, क्योंकि जहां एक तरफ अपराध को दर्ज करना एवं उसमें अन्वेषण करना पुलिस का कर्तव्य होता है वहीं अपराधियों को समुचित दण्ड दिलाने का दायित्व अभियोजन अधिकारियों एवं लोक अभियोजकों पर रखा गया है, नवीन दाण्डिक विधि के नए प्रावधानों अपराध को रोकने एवं मामले के त्वरित निपटारे एवं डिजिटल माध्यम के प्रयोग के बारे बहुत सहायक है।

मुख्य वक्ता के रूप में एडिशनल एसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने अभियोजन अधिकारियों को साइबर से संबंधित विषय पर महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की और उन्हें साइबर अपराधों से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियां के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। कमिश्नर कार्यालय में पदस्थ विधि अधिकारी मनीषा पटेल ने अभियोजन अधिकारियों को महिला सुरक्षा एवं एवं पॉकसो अधिनियम से संबंधित महत्वपूर्ण बारीकियां की जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार से हम न्यायालय के समक्ष पॉकसो के प्रकरणों में कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं। पूर्व जिला जज ग्वालियर पीसी गुप्ता ने नवीन दाण्डिक कानून एवं महिला अपराधों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई।
विशिष्ट अतिथि अभियोजन संचालक मप्र बीएल प्रजापति ने कहा कि किस प्रकार से भोपाल संभाग के जिले राजगढ़, रायसेन, विदिशा, सीहोर में अभियोजन अधिकारी बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने वर्तमान में लागू नवीन दाण्डिक कानून की प्रावधानों को ध्यान रखने के संबंध में पुलिस अधिकारियों को निर्देश देने के संबंध में बातें कहीं और बताया कि अभियोजन अधिकारी बेहतर कार्य कर रहे हैं, स्कूटनी एवं अभियोग पत्र ऑनलाइन माध्यम से की जाए तो बेहतर होगा, क्योंकि यही विधि की मंशा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भोपाल के प्रभारी उपनिदेशक राजेन्द्र उपाध्याय ने एवं संचालन सुधा विजय सिंह भदौरिया ने किया। प्रशिक्षण में लोक अभियोजक पीएन सिंह राजपूत, पुनीत तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, अतिरिक्त जिला अभियोजन अधिकारी टीपी गौतम, वंदना परते, एडीपीओ उदयभान रघुवंशी, लोकेन्द्र द्विवेदी, अभिषेक बुंदेला, अनिल तिवारी, आशीष दूबे, नवीन श्रीवास्तव, दिनेश आर्य, दिव्या शुक्ला, साकेत गोयल, अनिल पटेल, सुनील गौतम, सुमित मारण एवं विष्णुकांत समाधिया उपस्थित रहे। यह जानकारी जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मनोज त्रिपाठी एडीपीओ ने दी।