– छात्र ही इस देश का भविष्य : अमित राय
भिण्ड, 11 सितम्बर। हम एक ऐसी परंपरा का सम्मान कर रहे हैं, जो हमारी भारतीय संस्कृति का आधार है। हम गुरू वंदन कर रहे हैं और साथ ही छात्र अभिनंदन भी। यह समारोह न केवल ज्ञान के आदान-प्रदान का प्रतीक है, बल्कि यह एक गुरु और शिष्य के बीच के पवित्र रिश्ते का भी सम्मान करता है, छात्र ही इस देश का भविष्य हैं। छात्र ही आने वाले समय में नए भारत का निर्माण करेंगे। हमारे इतिहास में ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां गुरू और शिष्य के बीच के रिश्ते ने समाज को नई दिशा दी है। चाहे वह गुरु द्रोणाचार्य और अर्जुन का रिश्ता हो, या फिर चाणक्य और चंद्रगुप्त मौर्य का। इन रिश्तों ने हमें सिखाया है कि गुरु का सम्मान और शिष्य का समर्पण ही सफलता की कुंजी है। आज हमें इस परंपरा को और मजबूत बनाना है। हमें अपने गुरुओं का सम्मान करना है, उनसे सीखना है और उनके बताए रास्ते पर चलना है। यह बात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संगठन मंत्री अमित राय ने स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में भारत विकास परिषद शाखा भिण्ड द्वारा आयोजित गुरू वंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. धीरज गुर्जर, सुमित दीक्षित एवं भारत विकास परिषद से राजीव त्रिपाठी, रामबाबू शर्मा, डॉ. साकार तिवारी, गणेश भारद्वाज, जयदीप सिंह राजावत उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने मां सरस्वती एवं भारत माता के छाया चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन माल्यार्पण कर किया। तदुपरांत राजीव त्रिपाठी, रामबाबू शर्मा, जयदीप सिंह राजावत, डॉ. साकार तिवारी एवं गणेश भारद्वाज ने भारत विकास परिषद के पांच सूत्र संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा, समर्पण पर प्रकाश डालते हुए सभी को परिषद की परिकल्पना, कार्यों एवं गुरू वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के वारे में अवगत कराया।
मुख्य वक्ता डॉ. धीरज गुर्जर ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में संस्कारों का संचार करना तथा गुरू-शिष्य परंपरा को जीवंत बनाए रखना रहा, गुरू-शिष्य की प्राचीन परंपरा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कारित विद्यार्थी ही समाज व राष्ट्र की सच्ची धरोहर होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सदैव गुरुजनों के मार्गदर्शन का पालन करने का आह्वान किया। गुरु का काम विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे अंकों से पास करवा देना मात्र नहीं है। अच्छा गुरु वह है जो विद्यार्थी में अंतर्निहित शक्तियों का संपूर्ण विकास करें।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को गुरु वंदन छात्र अभिनंदन अंतर्गत सामूहिक रूप से सदाचार व गुरुओं के सम्मान की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन शाखा सचिव राजमणि शर्मा ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 16 विद्यार्थियों को अतिथियों ने प्रमाण पत्र व मैडल से सम्मानित किया। साथ ही विद्यालय परिवार से 20 शिक्षक तथा शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय गान के उपरांत कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में 150 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।