भिण्ड, 09 सितम्बर। मप्र शासन महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार 10 दिवस की गतिविधियों का आयोजन मिशन शक्ति के तहत किया जा रहा है, जिसके क्रम में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी पवन तिवारी के निर्देशन में केन्द्रीय विद्यालय भिण्ड में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें पॉक्सो अधिनियम के तहत सुरक्षित असुरक्षित स्पर्श को समझाया गया, बचाव के तरीके बताए गए तथा चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, लोगों को सार्वजनिक स्थल पर चस्पा कराया गया और महिला हेल्पलाइन वन स्टॉप सेंटर जिला हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वीमेन के तहत संचालित गतिविधियों, पॉक्सो ई-बॉक्स, बाल कल्याण समिति के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर प्राचार्य अजय कुमार सक्सेना एवं लेखापाल आनंद मिश्रा उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ होने वाली घटनाओं में सामान्यत: डर अथवा लालच देखा गया है, अत: किसी भी परिस्थिति में लालच में बिल्कुल ना आएं और डरें बिल्कुल भी नहीं। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा सवाल पूछा गया कि सर फ्रॉड लिंक क्या होती है और इससे कैसे बचा जा सकता है। छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने कहा कि कोई भी ऐसी लिंक जो अनाधिकृत स्त्रोत से प्राप्त हुई है संभावना है कि वह लिंक फ्रॉड हो सकती है। सामान्यत: हमारे फोन में कई सारे ऐसे मैसेज आते हैं कि इस लिंक पर क्लिक करो और इनाम जीतो अथवा पीएम आवास योजना की जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें या किसी व्यक्ति ने आपके लिए कुछ भेजा इस लिंक पर क्लिक करें, यह सारी और इस तरह से मिलती-जुलती विभिन्न लिंक फ्रॉड लिंक ही होती है, कोई भी अंजान लिंक केवल खोलने के लिए न क्लिक करें। इससे आप सुरक्षित रह सकते हैं। इसके अलावा यदि कोई भी व्यक्ति आपके निजी डेटा लेकर परेशान करता है अथवा आपके फोटो से एडिट करके कुछ छेड़छाड़ करके परेशान करता है, ऐसे में घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, तत्काल भारत सरकार के साइबर सिक्योरिटी नं.1930 पर कॉल करें और साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें। ऐप को प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करना है थर्ड पार्टी ऐप को डाउनलोड ना करें साथ ही जब भी आपके फोन में कोई खराबी आए तो उसे फोन को कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर पर ही सुधरवाएं।