– जांच में पाया गया कि नवजात को समय पर नहीं मिला इलाज
भिण्ड, 24 अगस्त। जिले के रौन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में करीब एक साल पहले स्टाफ की लापरवाही से हुई नवजात की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल के तत्कालीन डॉक्टर एवं चार स्टाफ नर्सों के खिलाफ रौन पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक 21 अगस्त 2024 को लापरवाही के कारण नवजात की मौत हो गई थी। ग्राम पंचायत रेंमजा के केदार सिंह का पुरा महायर निवासी हरीशंकर बघेल की पत्नी ने यहां बेटे को जन्म दिया था। जन्म के तुरंत बाद शिशु की हालत बिगडी, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने न तो इलाज किया और न ही उसे बडे अस्पताल रेफर किया। शिशु की मौत के बाद परिजनों ने शिकायत की थी।
सीएमएचओ ने विशेषज्ञ टीम बनाकर जांच कराई थी, अब रिपोर्ट आने पर सामने आया कि प्रसव के बाद दूध पिलाते समय शिशु की तबीयत बिगडी थी। मौके पर मौजूद स्टाफ ने न तो तुरंत इलाज किया और न ही रैफर किया। जांच में साफ कहा गया कि समय पर उपचार मिलने पर मासूम की जान बच सकती थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर फरियादी पिता की शिकायत और जांच रिपोर्ट के आधार पर डॉ. यतेन्द्र जाट, स्टाफ नर्स गुरमाला चौहान, सरिता धुर्वे, आकांक्षा पीटर और अर्चना गुप्ता के खिलाफ लापरवाही पूर्वक कर्तव्य निर्वहन का मामला दर्ज किया गया है।