कलेक्टर ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रौन/ लहार को दिया नोटिस

भिण्ड 16 अगस्त। कलेक्टर भिण्ड ने पदीय कर्तव्यों के प्रति रुचि नहीं लिए जाने, निर्देश के पालन में उदासीनता/ लापरवाही बरतने पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रौन/ लहार सुनील मुदगल को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर दिया है।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने नोटिस जारी कर कहा कि मप्र शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल ‘सीएम हेल्पलाईन’ पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का समय-सीमा में संतुष्टी पूर्ण निराकरण करना होता है। इस बावत कलेक्टर भिण्ड द्वारा निरंतर विभिन्न माध्यमों से बैठकें आहूत की जाकर प्रगति लाए जाने हेतु समीक्षा एवं निगरानी की जाती है, तदुपरांत भी पुन: इस माह बनने वाली ग्रेडिंग (एक से 31 जुलाई 2025 की अवधि में प्राप्त शिकायतें) में आपके विभाग जिसमें आप स्वयं लेवल-1 अधिकारी नामांकित है तथा पुन: की गई समीक्षा बैठक 13 अगस्त के दौरान बिना पूर्व अनुमति के अनुपस्थित रहे है तथा इस दौरान (समक्ष में पूर्व प्रदत्त निर्देशानुसार) कोई भी शिकायत बंद नहीं कराई गई है तथा इस माह बनने वाली ग्रेडिंग अवधि (एक से 31 जुलाई) की रौन/ मिहोना की कुल 75 शिकायतें एवं लहार क्षेत्र की 49 शिकायतें निराकरण हेतु लंबित पाई गई हैं। जबकि प्रगति की जानकारी/ सूचना लगातार जिले के व्हाट्सएप ग्रुप पर दी जाती रही है।
इससे प्रतीत हो रहा है कि आपके स्तर से संबंधित विभागीय अधिकारी/ कर्मचारियों से कोई समन्वय नहीं रखा जा रहा है और आपके स्तर से उक्त की समीक्षा एवं निगरानी भी नहीं की जाना प्रदर्शित होती है। यह स्थिति परिलच्छित करती है कि आपके स्तर पर पदीय कर्तव्यों के प्रति रुचि नहीं लिए जाने, निर्देश के पालन में उदासीनता/ लापरवाही बरती जा रही उक्त स्थिति संतोषजनक नहीं है, इस हेतु क्यों न आपके विरुद्ध सिविल सेवा आचरण नियम 1965 एवं 1966 में वर्णित नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु एक वेतन वृद्धि असंचई प्रभाव से रोकी की जाए।
आपको अंतिम अवसर प्रदान करते हुए सचेत भी किया जाता है कि आगामी समीक्षा बैठक तथा इस माह बनने वाली मासिक ग्रेडिंग तक आप 90 प्रतिशत वेटेज के साथ अपने विभाग की प्रगति संतोषजनक न्यूनतम टॉप-5 स्थिति में लाएं, यदि प्रगति नहीं पाई जाती है तो उक्तानुसार कार्रवाई हेतु आप स्वयं उत्तरदायी होंगे एवं अपना जबाव समक्ष प्रस्तुत करेंगे। समयावधि में जबाव प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति यह मान्य करते हुए कि आपको उक्त आक्षेप स्वीकार है, कुछ भी नहीं कहना है एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।