भारत तिब्बत सहयोग मंच के आह्वान पर ‘कैलाश मुक्ति संकल्प महोत्सव’ शुरू

– बोरेश्वर महादेव मन्दिर परिसर में सात दिवस होंगे विभिन्न आयोजन

भिण्ड, 01 अगस्त। भारत तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) के राष्ट्रधर्म प्रेरित आह्वान पर ‘कैलाश मुक्ति संकल्प महोत्सव’ का शुक्रवार को भव्य शुभारंभ हुआ। यह आयोजन अटेर क्षेत्र के बोरेश्वर महादेव मन्दिर परिसर में शिवमहापुराण कथा, शिव-पार्थिव निर्माण तथा तिब्बत मुक्ति और कैलाश स्वाभिमान को समर्पित है। इस अवसर पर बोरेश्वर धाम पर कलश यात्रा भी निकाली गई।
भारत तिब्बत सहयोग मंच युवा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्पित मुदगल ने बताया कि भारत तिब्बत सहयोग मंच द्वारा यह आयोजन ‘कैलाश भारत का है’ के मूल विचार पर केन्द्रित है, जिसके माध्यम से देशभर में सांस्कृतिक और राष्ट्र-चेतना का जागरण किया जा रहा है। कैलाश की मुक्ति को लेकर यह जन-जागरण अभियान पूरे देश में चल रहा है। प्रथम दिवस शिव महापुराण की कथा में आचार्य प्रशांत तिवारी ने शिव की व्यापकता, कैलाश की पवित्रता और भारत के सांस्कृतिक उत्तरदायित्व पर भावगर्भित प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि कैलाश आध्यात्मिक नहीं, राष्ट्रीय अधिकार का विषय है, कैलाश कोई पर्यटन स्थल नही, वह शिव का धाम है और भारत की आध्यात्मिक आत्मा है।
मुदगल ने यह स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी के विरोध में नहीं, बल्कि भारत की अस्मिता की पुनसर््थापना के लिए है। इस अवसर पर सात अगस्त तक शिवमहापुराण कथा प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक होगी, साथ पार्थिव शिवलिंग निर्माण सुबह 8 बजे से, दीपयज्ञ व संकल्प समारोह, कैलाश मुक्ति जन-जागरण हस्ताक्षर अभियान, युवा संवाद, पौधारोपण, सेवा कार्य भी किए जाएंगे। सभी सामाजिक संगठनों, युवाओं, महिलाओं व श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे इस आयोजन में सहभागिता कर ‘कैलाश भारत का है’ यह संकल्प दृढ करें।