– प्रकृति के प्रति अपने मानवीय धर्म को निभाईए, भविष्य बचाईए : जिला समन्वयक
भिण्ड, 05 मई। जल ही जीवन है और आज जल के सबसे बडे दुश्मन के रूप में मानव ही सामने आ रहा है, पानी की बर्बादी यदि नहीं रोकी तो भविष्य में बडा संकट खडा होगा। इसलिए आज से ही पुराने जल स्त्रोतों को संरक्षित करना होगा। शासन का जल गंगा संवर्धन अभियान महत्वपूर्ण अभियान है, जिसमें जन अभियान परिषद की यह पहल स्तुति है। परिषद इस ओर जन जागरूकता का कार्य करे और पुराने जल स्त्रोतों को संरक्षित करने में सहयोग करें, विश्व पर्यावरण दिवस की तभी सही मायने में सार्थकता होगी। जल गंगा संवर्धन अभियान लोक उत्सव का रूप ले रहा है, इसी के तहत हम लहार के ग्राम अमहा में बावडी उत्सव मना रहे हैं। यह बात एसडीएम लहार विजय यादव ने मप्र जन अभियान परिषद के ‘बावडी उत्सव’ कार्यकम में कही। बावडी पूजन का कार्य एसडीएम के कर कमलों से किया गया। बावडी का इतिहास मन्दिर के पुजारी हलधर शर्मा ने बताया। कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार चतुर्वेदी ने किया और आभार प्रदर्शन सचिव अशोक पाराशर और रणवीर कौरव ने किया।
मुख्य अतिथि एसडीएम विजय यादव ने कहा कि प्रकृति के प्रत्येक तत्व को हमें सुरक्षित करना है। चाहे वह कुआं हो, बावडी हो, तालाब हो, नदी हो, वृक्ष हो, हमारी पहली कोशिश यह होनी चाहिए कि पुराने जल स्त्रोतों जल संरचनाओं और वृक्षों को संरक्षित करें। कुछ नई संरचनाओं भी तैयार करें और वृहद पौधारोपण भी करें, जिससे आने वाले समय में हम नई पीढी को एक स्वस्थ वातावरण देकर जाएं।
जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण में मनुष्य की महत्वपूर्ण भूमिका है, अभी यह देखने में आ रहा है कि प्रकृति के साथ मनुष्य समन्वय नहीं बिठा पा रहा है, इसीलिए आए दिन बडे-बडे पेड काटे जा रहे हैं और पुराने जल स्त्रोत भी संरक्षित नहीं हो पा रहे हैं अत: जन अभियान परिषद के माध्यम से उक्त जन जागरुकता की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। आपसे अनुरोध है तीन प्रकार के कार्यों पर हम विशेष रूप से ध्यान दें। जल संरक्षण जिसमें पुराने जल स्त्रोतों का संरक्षण करें, पौधारोपण करें और सिंगल यूज पॉलिथीन का कम से कम उपयोग करें, जिससे कि इस पर्यावरण में संतुलन बिठाया जा सके।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच शिल्पी परिहार, सहायक सचिव विनीता कौरव, समाजसेवी रणवीर सिंह कौरव, नरेन्द्र सिंह कौरव, सतपाल सिंह परिहार, रामकिशोर कौरव, रविन्द्र मिश्रा, शैलेन्द्र पचौरी, रमेशपाल, मानसिंह परमार, रामबाबू पचौरी, नारायण दास फौजी, बीरन सिंह कौरव, गौरव, रामकुमार शर्मा, धर्मेन्द्र जादौन, उपमंत्री लहार हेमराज शर्मा सहित समस्त नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, मेंटर्स छात्र-छात्राएं, ग्रामवासी और अन्य समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।