गोहद एसडीएम के आश्वासन के बाद घेरा डेरा डालो आंदोलन समाप्त

– माकपा एवं मप्र किसान सभा ने की आंदोलन की अगुवाई

भिण्ड, 23 अप्रैल। गोलंबर तिराहा गोहद पर तहसील के समीप माकपा एवं मप्र किसान सभा द्वारा डाला गया घेरा डेरा आंदोलन एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन के साथ समाप्त हो गया है। पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक 22 अप्रैल से चला घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन 23 अप्रैल तक चला।
आंदोलन के दौरान सभा में मप्र किसान सभा प्रदेश महासचिव अखिलेश यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार जनविरोधी नीतियां लागू कर रही है, अमरीका के साथ देश हितों के खिलाफ समझौता किया जा रहा है, इससे दूध की डेरियों पर बुरा असर पडेगा, पशुपालक पूरी तरह से तबाह हो जाएंगे। तपती धूप में किए गए आंदोलन के लिए उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया।
मप्र किसान सभा जिला अध्यक्ष एवं पूर्व गोहद नपा अध्यक्ष प्रेमनारायण माहौर ने कहा कि कितनी बार जनमुद्दों को लेकर गोहद एसडीएम को ज्ञापन भेंट किए गए हैं, मगर गोहद एसडीएम हमेशा अनदेखी करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी समस्याएं हैं उनके निदान के एसडीएम द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जाता, इस कारण जन आक्रोश पनपता है। माहौर ने कहा कि इसी प्रकार अनदेखी होती रही तो आंदोलनात्मक कदम तेज किया जाएगा।
मप्र किसान सभा के उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कुशवाह, मालनपुर किसान नेता वीरेन्द्र सिंह कुशवाह, नौजवान सभा नेता भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, महिला समिति की शोभा माहौर ने भी आंदोलनकारियों के बीच अपने विचार व्यक्त किए। तत्पश्चात आंदोलनकारी पैदल मार्च करते हुए झण्डे बैनर लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपने पहुंचे। एसडीएम ने ज्ञापन लिया और समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। मांगपत्र में बिजली पानी, गप्पू के साथ की गई धोखाधडी में कार्रवाई करने, पट्टेधारियों को कब्जा, खुदी सडकों की मरम्मत, मालनपुर में कारखाने में गई जमीन के एवज में नौकरी देने, मालनपुर में उजाडे गए गरीबों को बसाने सहित तमाम समस्याएं मांग पत्र में शामिल थीं। इस अवसर पर नरसिंह कुशवाह, प्रतापी, राधा, गिरीशा बाई, जगदीश माहौर, जयसिंह माहौर, आशाराम, मोतीराम माहौर, उदय सिंह श्रीवास, गंगाप्रसाद माहौर, भारत माहौर, सुदामा लाल राठौर, सतीश शाक्य, मेहताब कुशवाह, हरनारायण माहौर, हरीशंकर माहौर, अहिवरन सिंह मौर्य सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।