भिण्ड, 02 अप्रैल। जिले में माह मार्च से जुंलाई तक तापमान में बढोतरी परिलक्षित होती है। वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग के कारण जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में हो रही वृद्धि से मानव स्वास्थ्य पर मौसम का दुष्प्रभाव परिलक्षित होता है। गर्मी से संबंधित बीमारी (हीट स्ट्रॉक, हीट रैशेज, निर्जलीकरण आदि) से आमजन प्रभावित होता है।
इसके बचाव हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी भिण्ड डॉ. जेएस यादव द्वारा जन सामान्य को दिशा निर्देश जारी करते हुए बताया कि ठंडे पानी और कूलर की सहायता से शरीर के तापमान को नियंत्रित करें। ढीले सूती कपडे पहने। जितना संभव हो सके त्वचा को साफ और शुष्क बना कर रखें। गर्मी में घर से बाहर निकलते समय छाता, गमछा का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने बताया कि अधिक से अधिक पानी पीते रहें। अगर तेज धूप में है, तो एकदम से ठंडा पानी नहीं पिएं। कोई भी व्यक्ति गर्मी से संबंधित बीमारी से ग्रसित होता है, तो पानी का अधिक प्रयोग करें। इलेक्ट्रॉल/ ओआरएस का निरंतर सेवन करें। अधिक समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाएं। गर्मी की बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए जिला चिकित्सालय में पांच तथा सिविल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दो-दो बैड आरक्षित किए गए हैं।