बडे हनुमानजी मन्दिर पर हुआ गीता स्वाध्याय का आयोजन

भिण्ड, 31 मार्च। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा एवं सनातनी नव वर्ष के अवसर पर बडे हनुमानजी न्यास द्वारा मन्दिर प्रांगण में गीता स्वाध्याय पाठ का आयोजन किया गया। जो रात 8 बजे से प्रारंभ होकर10.30 तक चलता रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान कृष्ण और हनुमान जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। विष्णु कुमार शर्मा ने स्वाध्याय पत्र वाचन किया गया। मंचासीन पूर्व सरपंच रामप्रकाश शर्मा ने भगवान के नाम के महत्व को समझाया।
गीता के मुख्य वक्ता रघुराज दैपुरिया ने उपस्थित श्रोताओं से घर पर गीता स्वाध्याय करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गीता जी को भलीभांति पढक़र अर्थ और भाव सहित अंत:करण में धारण कर लेना ही व्यक्ति का मुख्य कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि मनुष्य की समस्त इन्द्रियों को कृष्ण भावनामृत में लगा रहना चाहिए क्योंकि मन को वश में करने की यही सही एवं सरल विधि है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार विशाल समुद्र जल से भरपूर होता है और वर्षा ऋतु में हजारों नदियों का जल समुद्र में मिलता है फिर भी समुद्र उतने पर ही स्थिर रहता है वह तट की सीमा का उल्लंघन नहीं करता। यही स्थिति कृष्ण भावना में लीन व्यक्ति की है। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य संपूर्ण कामनाओं को त्याग कर ममता और अहंकार रहित हुआ विचारता है वही शांति को प्राप्त होता है।
मन्दिर सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक सिंह भदौरिया ने गीता के बारे में बताया कि गीता स्वाध्याय से मनुष्य किस प्रकार अपने जीवन का कल्याण कर सकता है। उन्होंने नियमित गीता स्वाध्याय पर जोर दिया। सचिव राहुल सिंह भदौरिया ने सभी सुधी जनों से प्रतिदिन घर पर गीता स्वाध्याय का आह्वान किया। इस अवसर पर बडे हनुमान जी मन्दिर की विभिन्न सेवा कार्यों में लगे हुए लोगों का सम्मान किया गया। कन्या पूजन एवं वृद्ध दंपति पूजन भी इस मौके पर किया गया। मां गीता की आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर केदार शर्मा पूर्व सरपंच, धर्म सिंह भदौरिया अमित चौधरी, बलदेव शर्मा, शैलेंद्र सिंह भदौरिया, शैलेश सक्सेना, अंकित बंसल, महेन्द्र शर्मा सहित अनेक गीता प्रेमी उपस्थित रहे।