कलेक्टर की अनूठी पहल से 50 टीबी मरीजों को मिली फूड बास्केट

– स्वयं नि-क्षय मित्र बनकर दो मरीजों को उपलब्ध कराई पोषण सहायता
– कलेक्टर से प्रेरणा लेकर जिले के विभिन्न विभागों के 23 वरिष्ठ अधिकारियों ने नि-क्षय मित्र बनकर किया प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग

भिण्ड, 10 सितम्बर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मरीजों को अतिरिक्त पोषण सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का संचालन विगत तीन वर्षों से किया जा रहा है। जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेएस यादव के निर्देशन में एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ. देवेश शर्मा की निगरानी में इस अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिले में टीबी का इलाज ले रहे टीबी मरीजों को शासन की निक्षय पोषण योजना के तहत एक हजार रुपए प्रतिमाह की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त टीबी मरीजों को पोषण सहायता प्रदान करने हेत नि-क्षय मित्र अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत कोई भी इच्छुक व्यक्ति नि-क्षय मित्र बनकर टीबी मरीज की 6 माह तक भोजन, पोषण या अन्य आवश्यक सहयोग की जिम्मेदारी ले सकते हैं।
नि-क्षय मित्र बनने के लिए नि-क्षय पोर्टल पर अपनी जानकारी अद्यतन कर पंजीकरण किया जा सकता है तथा पंजीकरण उपरांत अपने नजदीकी क्षेत्र में टीबी की बीमारी से लड़ रहे किसी मरीज की सहायता उसका नि-क्षय मित्र बनकर कर सकते हैं। आज नि-क्षय मित्र अभियान के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जिला क्षय केन्द्र भिण्ड मे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने 50 टीबी मरीजों को पोषण किट का वितरण किया। जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी जैसे अपर कलेक्टर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, सीएमओ नगर पालिका, एसएलआर, नापतोल विभाग, फूड विभाग, एनआईसी, सहकारिता विभाग, पीएचई विभाग एवं अन्य विभाग के जिला अधिकारियों के द्वारा नि-क्षय मित्र बनकर इस अभियान में सहयोग किया गया।
इस मौके पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि नौ सितंबर को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में नि-क्षय मित्र दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर विभिन्न विभागों से जिले के 23 अधिकारियों ने सहयोग करते हुए 50 टीबी मरीजों को फूड बास्केट वितरित किए हैं। मैं उन सभी अधिकारियों को धन्यवाद करता हूं एवं जिले के समाजसेवियों एवं अन्य अधिकारियों से भी नि-क्षय मित्र बनकर इस अभियान में सहयोग करने की अपील करता हूं। इस मौके पर जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि निक्षय मित्र अभियान एक ऐसा अनोखा प्रयास है, जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग व्यापारी, अधिकारी, सामाजिक संगठन, छात्र, आम नागरिक सब मिलकर टीबी मरीजों की मदद कर सकते हैं।
इस मौके पर जिला क्षय अधिकारी डॉ. देवेश शर्मा ने बताया कि आज हमने यहां पर नव-पंजीकृत टीबी मरीजों को फूड बास्केट वितरित किए हैं। इन फूड बास्केट में अनाज, दाल, भुने हुए चने, मूंगफली तथा अन्य पौष्टिक सामग्री दी गई है, ताकि मरीजों को उचित पोषण मिल सके और उनका शरीर इस बीमारी से लड़ने के लिए मजबूत बन सकें। टीबी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है, बशर्ते समय पर दवा एवं पोषण टीबी मरीज को निरंतर रूप से मिलता रहे। आप किसी मरीज को अपना निक्षय मित्र बनाकर उसकी 6 महीने तक भोजन, पोषण, या अन्य आवश्यक सहयोग की जिम्मेदारी ले सकते हैं।