गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आगे नहीं आए तो इसका परिणाम भुगतना पडेगा : रामदास महाराज

भिण्ड, 27 मार्च। नववसुंधरा श्रृंगार जन कल्याण फाउण्डेशन के नेतृत्व में मानपुर वाले हनुमानजी से दंदरौआ धाम तक गांव-गांव घर-घर जागरूकता अभियान के तहत 20 से अधिक युवा पद यात्रा करते हुए देर रात्रि दंदरौआ धाम पहुंचे।
गुरुवार को दंदरौआ धाम के महंत रामदास महाराज के साथ पूरी टीम ने गौ माता का पूजन किया। महाराज ने पैदल यात्रा कर रहे फाउण्डेशन के कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए यात्रा को सराहा। दंदरौआ धाम के महंत 1008 रामदास महाराज ने बताया कि आज के आर्थिक युग में हम अपनी देसी नस्ल की गौ माता को भूल रहे हैं और उनको तो हमने सडकों पर छोड दिया है और घरों में हम विदेशी नस्ल की जर्सी गायों को ले आए हैं। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक है ही बल्कि हमारी समृद्धि और विकास में भी बाधा हैं, देसी गाय का दूध अमृत है। उनको सडकों पर भटकने के लिए नहीं छोडें, अन्यथा इसका परिणाम हम सबको भोगना पडेगा।
इसके बाद यात्रा टीकरी स्थित संत कमलदास महाराज के आश्रम पर पहुंची। महाराज ने बताया कि पहले इतना गौवंश हुआ करता था, लेकिन आज पहले की तुलना में गांव वंश की संख्या आधा भी नहीं है। इससे स्पष्ट है कि हम सबकी गौ माता के प्रति आत्मीय भाव में भी कमी आई है। अगर एक किसान एक-एक दो-दो गौ माता को घर पर रखने लगे तो ना तो फसल की सुरक्षा के लिए किसानों को झटका की मशीन लगानी पडेगी। गौ सेवा प्रकल्प के जिला अध्यक्ष जल सिंह राजावत ने भी अपने विचार व्यक्त किए। यात्रा में राहुल रामराज पुरोहित, श्यामवीर नरवरिया, जलसिंह राजावत, जय शर्मा, अर्जुन दुबे, विशाल सिंह चौहान, रायसिंह, अनुज भदौरिया, अंकित सिंह चौहान, कुलदीप राजावत, अंकित राजावत, पवन राठौर, पार्षद दुबे, सुभाष नरवरिया, आदित्य भदौरिया, अमन भदौरिया, छोटू पण्डित आदि का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।