परमात्मा शिव कल्याणकारी हैं एवं जन्म मरण से न्यारे हैं : ज्योति

मालनपुर, 04 मार्च। ब्रह्माकुमारीज की संस्थान गोल्डन वल्र्ड रिट्रीट सेंटर में परमात्मा शिव की जयंती को बहुत धूमधाम से मनाया गया। संस्थान का कहना है कि परमात्मा का अवतरण हुए 89 वर्ष हो चुके हैं। हमें समय की पहचान करते हुए वर्तमान में परिवार, समाज और अध्यात्म का संतुलन रखना आवश्यक है। हमें परमात्मा के ज्ञान के लिए बहाना नहीं देना चाहिए, नाहीं किसी का दोष निकालना चाहिए। बल्कि कुछ अच्छा कार्य करके समाजसेवा में अपना योगदान करना चाहिए। परमात्मा शिव कल्याणकारी हैं, जन्म मरण से न्यारे हैं। हमें उनका ध्यान अवश्य करना ही चाहिए तभी हम अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकेंगे और उनके अवतार के समय का लाभ ले सकेंगे, यह बात गोल्डन वल्र्ड रिट्रीट सेंटर की संचालिका ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने अपने वक्तव्य में कही।
कार्यक्रम में परमात्मा शिव की महिमा करते हुए पोरसा संचालिका ब्रह्माकुमारी रेखा बहन ने बताया कि परमपिता परमात्मा शांति के सागर हैं, सुख के सागर हैं, प्रेम के सागर हैं, आनंद के सागर हैं, पवित्रता के सागर हैं और हम उनके बच्चे होकर दुखी क्यों रहते हैं? परेशान क्यों रहते हैं? इसका कारण है हम उनसे अपना संबंध सही नहीं बनाते हैं। यदि हम दिल से उनसे अपना संबंध बनाएं, तो उनके हर गुण को हम अपने जीवन में धारण कर सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। ब्रह्माकुमार नितेश भाई ने बताया कि परमपिता परमात्मा शिवरात्रि को हम बडे धूमधाम से बनाते हैं, उनके ऊपर अपने बुराइयों को त्याग करने के बजाय बेर और अक के फूल चढाते हैं। वैसे हम हर देवी देवता पर मिठाइयां और अच्छी व्यंजनों का भोग लगाते हैं और भगवान शिव को भांग, धतूरा चढाकर अपनी पूजा करते हैं। वास्तव में हमें अपने जीवन की बुराइयों का त्याग करना चाहिए। यही सच्ची शिवरात्रि है। आगरा, कोलक्खा से पहुंची भावना दीदी ने मंच का संचालन कुुशलता पूर्वक किया। नन्हे-मुन्ने बाल कलाकारों द्वारा परमात्मा शिव की महिमा पर नृत्य के द्वारा प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में ग्वालियर नगर से कपडे शोरूम के अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड, रिटायर्ड शिक्षक रिंकू सिंह, पूरन सिंह राठौड, सृष्टि, खुशबू, पूजा, प्रीति, जानकी, चंद्रप्रभा, त्रिवेणी, मीणा, गुड्डी, लेखराज प्रसाद, महेश, संतोष, पवन, कमला, सुनील उपस्थित थे।