-वेदयात्रा निकली, आकर्षण का केन्द्र रही झांकियां, मंत्रोचार के साथ 136 बच्चों ने दी आहुतियां
भिण्ड, 03 फरवरी। प्राचीनकाल में ऋषि मुनियों द्वारा शिक्षा ग्रहण कराने से पहले विद्यारंभ संस्कार कराया जाता था। इसी प्राचीन परम्परा को जीवंत रखने एवं भारतीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के उद्देश्य से विद्या भारती द्वारा प्रतिवर्ष बसंत पंचमी के दिन सरस्वती शिशु मन्दिरों में विद्यारंभ का कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित कराया जाता है।
इसी के तहत सरस्वती शिशु मन्दिर आलमपुर में बसंत पंचमी के अवसर पर वेदयात्रा के साथ विद्यारंभ संस्कार समारोह का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ होल्कर बाल विकास समिति अध्यक्ष शिवनारायण गुप्ता ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर किया। इसके पश्चात विद्यालय परिवार द्वारा नगर के प्रमुख मार्गों पर भव्य वेदयात्रा निकाली गई। जिसमें महिलाएं एवं बहने सिर पर कलश रखकर चल रही थी। तो वहीं वेदयात्रा में मां सरस्वती, श्रीराम, लक्ष्मण, सीता एवं हनुमानजी की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।
शिशु मन्दिर परिसर से शुरू हुई वेदयात्रा नगर के प्रमुख मार्गों पर भ्रमण करने के उपरान्त वापस शिशु मन्दिर पहुंची। जहां पर ब्रजेश कुमार पाण्डेय ने तीन से पांच वर्ष तक के 136 बच्चों को हवन कुण्ड पर बैठाकर मंत्रोचार के साथ विद्यारंभ संस्कार संपन्न कराया। कार्यक्रम में विद्यालय समिति सदस्यों के साथ प्राचार्य संजय कुमार मकडारिया, आचार्य संजय कुमार नागल, सुनील उपाध्याय, आत्माराम, केदार सिंह कौरव, प्रमोद सहारिया, राहुल, अजय, शिवम, दीदी उपमा, मानसी, सीता, प्रियंवदा, निशा, धान्या उपस्थित थी। कार्यक्रम समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ आशीर्वाद देकर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।