संसार को जो जिस दृष्टि से देखता है, उसे वैसा ही दिखता है : रामदास महाराज

-डॉक्टर हनुमान के दर्शन के लिए दंदरौआ धाम पहुंचे श्रद्धालु

भिण्ड, 03 दिसम्बर। दंदरौआ धाम में मंगलवार को बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने डॉक्टर हनुमान के दर्शन कर महंत महामण्डलेश्वर रामदास महाराज से आशीर्वाद लिया।
महंत रामदास महाराज ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि जैसी हमारी दृष्टि होती है। हमें सृष्टि भी वैसी ही दिखती है। कोई मनुष्य जब संसार को अपनी दृष्टि से देखता है तो उसे संसार उसी प्रकार का दिखाई देता है। अगर मनुष्य भक्ति मार्ग का है तो उसे संसार में भक्तिभाव के मनुष्य दिखेंगे। अगर मनुष्य दुष्ट प्रवृत्ति का है तो उसे संसार में दुष्टता ही नजर आएगी। जब कोई साधक भक्ति की खोज करता है तो उसमें तीन प्रकार की माया सतोगुणी माया, रजोगुणी माया और तमोगुणी माया बाधा डालती हैं, क्योंकि मनुष्य का जीवन जब तक माया में फंसा रहता है, तो वह मनुष्य भक्ति को प्राप्त नहीं कर पाता है। इसलिए साधन बनाकर मनुष्य को भक्ति मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस मनुष्य पर राम की कृपा होती है उसके लिए विष भी अमृत बन जाता है। मनुष्य का दुश्मन भी दोस्त बन जाता है। इस मौके पर रामबरन पुजारी, धाम के प्रवक्ता जलज त्रिपाठी, नरसी दद्दा सहित अनेक श्रद्धालु रहे।