-दोनों विभागों पर करोडों की देनदारी, बिजली कंपनी और नपा ने एक-दूसरे को थमाए नोटिस
भिण्ड, 26 अक्टूबर। शहर में राजस्व वसूली का मामला अब मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और नगर पालिका के अफसरों के बीच अदावत का रूप ले चुका है। बिजली कंपनी ने नपा पर 2.70 करोड का बिजली बिल बकाया होने पर कनेक्शन कटवा दिया। इस पर नपा ने बिजली दफ्तर पर कचरे के लिए 2.49 करोड का टैक्स चुकाने का फरमान जारी कर दिया।
मामले से राजनीतिक व प्रशासनिक अफसरों में देर रात तक हलचल मची रही। दिन-रात नगर पालिका पार्षद और बिजली कंपनी की ओर से एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए सिटी कोतवाली में शिकायती आवेदन भी दिए गए। दोनों विभागों के बीच जिले के वरिष्ठ अफसर ने मध्यस्थता की। इसके बाद दोनों विभागों को सात-सात दिन का समय राजस्व वसूली को लेकर दिया गया है। इस संबंध में नगर पालिका पार्षदों और बिजली कंपनी के महाप्रबंधक के बीच वातचीत भी हुई।
यहां बात दें कि शुक्रवार की सुबह से ही नगर पालिका ऑफिस का कनेक्शन कटे होने के कारण कामकाज ठप रहा था। दोपहर करीब तीन बजे नगर पालिका परिषद के पार्षदों में बिजली जोडे जाने को लेकर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक पीके जैन से मुलाकात की थी। इस पर बात नहीं बनी तो पार्षद गणों और नगर पालिका के कर्मचारियों ने एकजुट होकर शहर का कचरा महाप्रबंधक कार्यालय के सामने डलवा दिया। जिस समय नगर पालिका के कर्मचारियों ने महाप्रबंधक कार्यालय के सामने कचरा डलवाया उस समय महाप्रबंधक जैन अटेर क्षेत्र के दौरे पर निकल चुके थे। जैसे ही इस बात की जानकारी भोपाल में बैठे बिजली अफसर को लगी तो भोपाल से लेकर भिंड तक के अफसरों के फोन की घंटियां बजने लगीं। नगर पालिका के इस बर्ताव को लेकर भोपाल तक के अफसर ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया। नगर पालिका सीएमओ वर्मा से नगरीय प्रशासन के भोपाल के अफसर फोन पर बातचीत कर मामले की जानकारी लेते रहे। इधर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी और सीएमडी ऑफिस से भी फोन पर भिंड के महाप्रबंधक से मामले की जानकारी लेते रहे।
नपा ने देर रात उठाया कचरा
जब यह मामला बिगडता हुआ देखा तो भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दोनों विभागों के बीच मध्यस्थता की। तत्काल दोनों विभागों के अफसर को तलब किया गया। सबसे पहले नगरपालिका सीएमओ यशवंत वर्मा को निर्देशित किया गया कि तत्काल बिजली कंपनी के कार्यालय पर डाले गए कचरे को साफ कराया जाए। रात करीब आठ बजे कचरा दफ्तर के बाहर से उठाया गया।
वसूली को लेकर नपा को दिया 7 दिन का समय
इसके साथ ही बिजली कंपनी के महाप्रबंधक जैन से बिजली बिल वसूली को लेकर नगर पालिका को सात दिन का समय दिया गया है। बिजली कंपनी ने नगर पालिका ऑफिस का कटा हुआ कनेक्शन शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात डेढ बजे जोड दिया। दोनों विभागों के बीच रात 11 बजे तक बातचीत का दौर चलता रहा।
सफाई कर्मचारी उतरे विरोध में
बिजली काटे जाने के विरोध को लेकर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी यूनियन भिण्ड की परिषद के साथ नजर आया। सफाई यूनियन ने ऐलान कर दिया कि यदि बिजली कंपनी ने ऑफिस का कनेक्शन काटा तो शहर की सफाई नही करेंगे और अनिश्चितकालीन हडताल पर चले जाएंगे।
बिजली कंपनी पर हाउस टेक्स का 2.49 करोड बकाया
नगर पालिका उपाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह भदौरिया ने बिजली कंपनी के अफसर पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली कंपनी के अफसर से जब बातचीत की गई तो वह बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे, उनका रवैया ठीक नहीं था। बिजली कंपनी की ओर से परिषद की शिकायत थाने में की गई थी इसलिए परिषद की ओर से भी शिकायती आवेदन कोतवाली में दिया गया है। उन्होंने कहा कि 1984 के बाद से अब तक बिजली कंपनी ने हाउस टैक्स जमा नहीं किया है, बिजली कंपनी के शहरीय क्षेत्र में जितने भी ऑफिस हैं सभी पर 2.49 करोड का बकाया है।
बिजली महाप्रबंधक के खिलाफ एफआईआर की मांग
मप्र राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्य सुनील बाल्मीक ने शनिवार को कलेक्टर को पत्र लिखकर बिजली विभाग के महाप्रबंधक पीके जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए एवं सीताराम बाल्मीक को मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि बिजली विभाग ने बिना नोटिस दिए नगर पालिका एवं पंप हाउस की लाइट काट दी गई, जिससे शहर के आमजन परेशान हैं। साथ ही चर्चा के दौरान उन्होंने निकाय पार्षद से अभद्रता का व्यवहार किया। सीताराम बाल्मीक पुत्र तेज सिंह की मृत्यु खुली हुई डीपी के कारण हुई, उसका मुआवजा बिजली कंपनी द्वारा अभी तक नहीं दिया गया। पत्र में कहा गया है कि यदि तीन दिन में कार्रवाई नहीं की गई तो सफाई, पंप एवं निकाय कर्मचारी आंदोलन के लिए वाध्य होंगे।