भाजपा नेताओं के गुर्गे प्रशासन की सह पर अत्याधिक दामों पर बेच रहे हैं खाद : मानसिंह

मंत्रियों द्वारा किसानों की मदद करने की बजाय किया जा रहा है हड़काने का काम
सात दिवस में व्यवस्था नहीं सुधरी तो कांग्रेस करेगी कलेक्ट्रेट का घेराव

भिण्ड, 13 अक्टूबर। जिले में खाद की किल्लत रुकने का नाम नहीं ले रही है, बावजूद इसके प्रशासन अधिकारी छुट्टी लेकर आराम फरमाने का काम कर रहे हैं, जबकि जिले का किसान विगत 15 दिनों से सुबह चार बजे से लाइन में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करता रहता है। लेकिन शाम को उसके हाथ में निराशा के अलावा कुछ नहीं आती है। जब इस विषय पर किसानों द्वारा खाद की मांग की जाती है तो भाजपा नेताओं की शह पर पुलिस प्रशासन उन पर दबाव बनाने के लिए एफआईआर दर्ज करने का काम कर रही है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर बुधवार को कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा के नेतृत्व में सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रभारी कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे को ज्ञापन सौंपते हुए ना सिर्फ नारेबाजी की बल्कि भाजपा सरकार एवं पुलिस प्रशासन के खिलाफ किसानों के समर्थन में आंदोलन करने की चेतावनी दी।
जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने कहा कि बोवनी का समय गुजरता जा रहा है। जबकि किसानों द्वारा 50 प्रतिशत भी वोबनी नहीं हो सकी है। इसका मुख्य कारण समय पर खाद की उपलब्धता नहीं होने से जिले में जब इन सभी जायज मांगों को लेकर किसानों द्वारा आंदोलन किया जाता है तो उन पर एफआईआर कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि किसानों पर की गई एफआईआर जल्द से जल्द वापस ली जाए, वहीं कालाबाजारी करने वाले भाजपा के गुर्गों को ऊपर जांच कर एफआईआर की कार्रवाई की जाए।
जिलाध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि मंत्री के द्वारा किसानों की मदद करने की बजाय उन्हें हड़काया जा रहा है। इसका जवाब किसान आने वाली चुनाव में देंगे। उन्होंने कहा कि खाद की व्यवस्था सात दिनों में अगर सुचारू रूप से संचालित नहीं हुई तो कांग्रेस के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता हजारों की संख्या में कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव कर धरना प्रदर्शन करेंगे और इन सब का जिम्मेदार स्वयं प्रशासन होगा।
इस मौके पर जयश्रीराम बघेल, भगवानदास सेंथिया, देवभान सिंह भदौरिया, रामहर्ष सिंह कुशवाहा, हरनारायण शर्मा, बृजेन्द्र सिंह कल्लू भारौली, आशुतोष शर्मा, राहुल सिंह कुशवाह, अनिल भारद्वाज, संजय भूता, आशीर्वाद शर्मा, राजवीर बघेल, रोकी तोमर, विनोद पंडित, रेखा भदौरिया, अनीश कुरैशी, शालू पुरोहित, काजी रिजवान, संदीप मिश्रा, अशोक गुप्ता, अरविंद सोनी, राजवीर भेलवार, अंकित तोमर, वीरप्रकाश श्रीवास्तव, विजय दैपुरिया, योगेश शाक्य, दीपू दुबे, विक्रम सिंह राजावत, बलराम सिंह राजावत भारौली, रामगोविन्द सिंह राजावत, चंद्रभान सिंह राजावत, हैवरन सिंह बघेल, देवेंद्र सिंह कुशवाहा, अमन, गगन सिंह राजावत, सुमित बघेल के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।