व्यवस्था बनाने में प्रशासन हुआ विफल
मेहगांव, 09 अक्टूबर। खाद की कमी को लेकर किसान परेशान हंै, लाइन में लगे रहने के बाद भी खाद नहीं मिल पा रहा है। इस समस्या को लेकर आक्रोशित किसानों ने शनिवार को भिण्ड-ग्वालियर नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। जिससे मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और जाम में फंसे हुए लोग परेशान होते रहे।
ज्ञात रहे कि बीते दिनों से प्रशासन एक खिड़की के सहारे किसानों को खाद वितरण व्यवस्था बना कर काम चला रहा था, दो दिन से लगातार किसानों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। किसानों का कहना है कि आएदिन लाइन मे लगकर दिनभर खड़े रहने के बाद भी खाद नहीं मिल पा रहा है। हर रोज शाम को कह दिया जाता है कि अब कल मिलेगा और जिसको मिल भी जाता है वह भी न के बराबर है। दो-पांच बोरी खाद मिलने से बड़े किसानों के अलावा छोटे किसानों की भी पूर्ति नहीं हो पा रही है। साथ ही कुछ लोग खाद वितरण में भी नेताओं और प्रशासन से मिली भगत होने से बड़ी मात्रा में खाद ले जाने में लगे हैं। जिससे आज किसानों में पनपे आक्रोश ने नगर के हाइवे को जाम करके शासन-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए, किसानों ने कलेक्टर, मंत्री, मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए हाइवे को जाम कर दिया। जाम धीरे-धीरे काफी लंबा हो गया, वाहनों की लगी कतारें बिजलीघर ग्वालियर रोड से लेकर ज्ञानंदपुरा तक पहुंच गई। जाम खुलवाने आए नायब तहसीलदार रंजीत सिंह ने किसानों को खाद दिलाने का भरोसा दिलाया और समझा बुझाकर जाम खुलवाया।
वहीं कृषक विशाल तिवारी एवं गोलू शुक्ला का कहना है कि हम लोग बीते रोज से आकर लाइन में लगते हैं, मगर खाद नहीं मिल पा रहा है, दिनभर लाइन में खड़े होने के बाद शाम को कह दिया जाता है कि अब खाद नहीं है कल आना, और कुछ लोग नेताओं और प्रशासन की मिली भगत से बड़ी मात्रा में खाद ले जा रहे हैं।
उप संचालक ने किसानों को दी एसएसपी सुपर खाद उपयोग की सलाह
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास भिण्ड ने किसानों को सलाह देते हुए एक पत्र जारी कर कहा है कि कृषि विज्ञान केन्द्र लहार द्वारा दिए गए मशबरे के अनुसार किसान सरसों की बुबाई में डीएपी के बजाय एसएसपी सुपर खाद का उपयोग करें। क्योंकि डीएपी के एक बैग में फासफोरस 23 किलोग्राम, नत्रजन 9 किलोग्राम होता है, जबकि एसएसपी के एक बैग में यूरिया 24 किलोग्राम, फास्फोरस 29 किलोग्राम, नत्रजन तथा 16.5 किलोग्राम सल्फर होता है, जो सरसों में तेल की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है।