ग्वालियर के समाजसेवियों ने गुमशुदा बच्ची को उसके परिवार को सौंपा

ग्वालियर, 01 जनवरी। माता वैष्णो देवी दर्शन यात्रा के दौरान 29 दिसंबर 2023 को जम्मू रेलवे स्टेशन पर दो साल की छोटी बच्ची डिब्बे के सामने खेलती हुई ग्वालियर निवासी पूर्व सूबेदार मेजर मनोज कुमार पाण्डेय एवं जिला चिकित्सालय मुरार के आरएमओ डॉ. आलोक पुरोहित को मिली, साथ में गुना के समाजसेवी श्याम रघुवंशी एवं आनंद रघुवंशी भी परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे। सभी ने मिलकर बच्ची के मां-बाप को ढूंढने की बहुत कोशिश की, स्टेशन पर मौजूद सेना के दो जवान भी साथ में जुड गए, हम लोगों ने सोचा कि इस बच्ची को वहां मौजूद किसी पुलिस स्टाफ या जिम्मेदार व्यक्ति को सौंप दे, परंतु 10-12 मिनट तक यह संभव ही नहीं हो पा रहा था, ट्रेन भी लगभग चलने को तैयार थी।

हम लोगों ने निर्णय लिया कि यदि बच्ची के मां-बाप नहीं मिले तो सुरक्षित हाथों में सौंपने तक ट्रेन छोडकर अपनी यात्रा स्थगित कर देते हैं, ट्रेन लगभग 25 मिनट तक जम्मू स्टेशन पर रुकी रही, हम लोगों ने दौड-दौड कर वहां जो भी लोग मौजूद थे उन सबसे आग्रह किया कि यदि किसी का बच्चा गुम हुआ है तो हमें बताएं, ट्रेन चलने के दो मिनट पहले बच्ची की मां ढूंढती हुई मिल गई। बच्ची मां को देखकर उसके गले से चिपट कर जोर-जोर से रोने लगी, इस दृश्य को स्टेशन पर मौजूद सभी लोगों ने देखा, बच्ची को मां को सौंपने के बाद हम लोग संतुष्ट होकर वापस ट्रेन में बैठ गए।
मजे की बात यह है कि बच्ची उनके डिब्बे से छह डिब्बे दूर मनोज पाण्डे एवं डॉ. आलोक पुरोहित के डिब्बे के पास तक आकर खेल रही थी और उसके गुम होने से 10 मिनट तक मेरठ के उस परिवार को यह पता ही नहीं था कि हमारा बच्चा गुम हुआ है। जब स्टेशन पर हम सब लोग चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहे थे, तब उन्हें एहसास हुआ कि उनकी बच्ची गुम हुई है। सोशल मीडिया एवं अखबारों के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि जब भी आप अपने अत्यंत छोटे बच्चों को बाहर ले जाएं तो उसकी जेब में नाम, माता-पिता का नाम एवं मोबाइल नंबर अवश्य लटकाएं।