भिण्ड, 23 दिसम्बर। नगर पालिका गोहद द्वारा संचालित गोहद, सिसोनिया गौशाला में ग्रामीणजनों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए सैकडों गौवशों को गौशाला में जबरन बंद कर दिया गया है। गौशाला में बंद गौ वंश के लिए खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पा रही। इन गौवंशों की स्थिति को देखते हुए शुक्रवार को गौ सेवकों द्वारा गोहद तहसीलदार नरेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
गौ सेवकों ने तहसीलदार को ज्ञापन में अवगत कराया कि गोहद नगर पालिका के पास इतना भूसा भी खिलाने को नहीं है। जिससे गाय गौशाला में भूखी मर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को ग्वालियर लालटिपारा के महत ऋषयानंद महाराज एक दिवसीय भ्रमण के लिए गोहद आए थे। जब उन्होंने गौशाला में देखा तो सैकडों गौवंश गौशाला में भूख प्यास से बंद थे। जब इस संबंध में गौशाला कर्मचारी से पूछा तो उसने बताया कि ग्रामीणों ने जबरदस्ती 150-200 गौवंशीय को बहुत दिनों पहले गौशाला में बंद कर दिया है। इस गौशाला में जितना भी भूसा था खत्म हो चुका है। पिछले चार-पांच दिनों से लगातार शिकायत कर रहे हैं, कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अगर गौवंशीय को गौशाला से बाहर निकालते हैं तो ग्रामीणों से वाद विवाद होता है और इसका सबूत के तौर पर वीडियो भी उपलब्ध है। यह सारी जानकारी गोहद नगर पालिका अधिकारी को होते हुए भी उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गौ सेवकों ने कहा कि अगर गौसेवक एवं महंत गौशाला ना जाते तो जाने कितनी गायों के साथ अनहोनी होती। गौ सेवकों ने ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द गौशाला से सभी गौवंश को मुक्त किया जाए अथवा किसी भी प्रकार से भूसे और पानी की गौशाला में गायों के लिए उचित व्यवस्था की जाए। ज्ञापन देने वालों में पुखराज भटेले, कुलदीप गुर्जर, सौरव गुर्जर, नरेश राठौर, जितेन्द्र मिश्रा आदि उपस्थित रहे।