शहीद भगत सिंह की 116वीं जयंती मनाई
भिण्ड, 28 सितम्बर। स्वाधीनता आंदोलन के महानायक शहीदे-ए-आजम भगत सिंह का 116वे जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाई गई। इस अवसर पर विवेक जैन द्वारा प्रतिमा की साफ-सफाई कर प्रतिमा स्थल को फूल मालाओं से सजाया गया।
शहीदे ए आजम भगत सिंह के विचारों पर प्रकाश डालते हुए सीटू जिला महासचिव अनिल दौनेरिया ने कहा कि देश को अंग्रेजों से आजाद कराने के भगत सिंह के संपूर्ण परिवार ने कुर्बानी दी, उनके सांगठनिक एवं देश और समाज के विकास के लिए उनके विचार आज भी महत्वपूर्ण है। वह अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक देश द्वारा दूसरे देश के शोषण के खिलाफ थे, समाज में सभी धर्म समान हैं, सभी लोगों को सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अधिकार मिलना चाहिए। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को लायलपुर जिला के खटखटकलां गांव में हुआ था, इनकी मां विद्यावती और पिता किशन सिंह थे। इनके चाचा अंग्रेजों की प्रताडना एवं दमन से जेल में ही शहीद हो गए थे, दूसरे चाचा अजित सिंह को अंग्रेजों ने देश निकाला दे दिया था। उन्होंने विदेश में रहकर स्वाधीनता आंदोलन को तेज किया, भारत आजाद होने के बाद स्वदेश लोटकर आए थे। इस तरह शहीदे-ए-आजम भगत सिंह के संपूर्ण परिवार ने आजादी लडाई में कुर्बानी दी। कार्यक्रम में डॉ. नदीम खान, नरेन्द्र सिंह सेंगर, रामकेश केवट, शैलेन्द्र राजौरिया आदि उपस्थित रहे।