भारत बंद के समर्थन में 27 को बंद रहेगी भिण्ड कृषि उपज मण्डी

हम्माल पल्लेदार यूनियन ने सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 23 सितम्बर। केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले नौ महीनों से किसान आंदोलनरत हैं, 22 जनवरी से किसान और सरकार के बीच की वार्ता बंद है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान पांच सितंबर की मुजफ्फर नगर की विशाल किसान पंचायत में लिया था। जिसे देश के 19 राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दे दिया है, आज भिण्ड कृषि उपज मण्डी के सचिव लोकेन्द्र सिंह तोमर को हम माल पल्लेदार यूनियन सीटू ने 27 सितंबर को भिण्ड कृषि उपज मण्डी को बंद कर कोई भी हम्माल पल्लेदार काम नहीं करेगा और भिण्ड की कृषि उपज मण्डी को बंद रखा जाएगा। ज्ञापन देने वालों में हम्माल पल्लेदार यूनियन अध्यक्ष विनोद सुमन सीटू, जिला संयोजक नरेन्द्र सेंगर, हम्माल पल्लेदार हवलदार सिंह, जगदीश बघेल, बृजमोहन कुशवाह एवं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता अनिल दौनेरिया शामिल रहे।
ज्ञापन के दौरान मण्डी कर्मचारियों ने बताया कि पिछले पांच माह से उन्हें वेतन नहीं मिलने के कारण उनके परिवार भूखे मरने के कगार पर हैं, कर्मचारियों को वेतन न मिलने का संकेत है कि भविष्य में सहकारी कृषि उपज मण्डी बंद होंगी, किसान नेताओं को आशंका पहले से ही के कृषि कानूनों में निजी कृषि उपज मण्डी खोलने की अनुमति है, देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा पिछले नौ महीने सर्दी गर्मी वर्षा के बीच आंदोलन कर रहा है, लेकिन मोदी सरकार गूंगी बहरी अंधी बनी बैठी है, वह केवल अंबानी अडानी के लिए काम कर रही है। 27 सितंबर को भारत बंद उससे पहले 25 सितंबर को होने वाले खण्डा रोड पर धरने में भी हम माल पल्लेदार शामिल होंगे।