भिण्ड, 18 अगस्त। मप्र सरकार की स्वच्छता अभियान को पलीता लग रही नगर परिषद मालनपुर भारत के भविष्य नौनीहाल बच्चों की पाठशाला में डेढ़ वर्ष होने के बावजूद पीने का पानी, साफ सफाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं कर पाई। इसकी वजह से गंदगी देख छोटे-छोटे बच्चे शा. प्राथमिक बालक विद्यालय मालनपुर में दाखिला नहीं करवा पा रहे हैं। उद्योग क्षेत्र मालनपुर की नगर परिषद के सीएमओ की हटधर्मी एवं नगर परिषद अध्यक्ष की मनमानी से बालक प्राथमिक विद्यालय मालनपुर में गंदगी से परेशान हैं, गंदगी से लेट्रिन भरी पडी है और विद्यालय के गेट के पास होने से बदबू के कारण विद्यालय में आना जाना भी दुश्वार हो गया है एवं पीने के पानी की व्यवस्था भी नहीं कर पाई नगर परिषद। जबकि मालनपुर के प्रधानाध्यापक महेश कुमार खत्री ने नगर परिषद को पानी एवं पडी गंदगी को उठाने के तीन-चार पत्र दिए, परंतु नगर पालिका के कर्मचारियों-अधिकारियों ने आज डेढ़ वर्ष हो जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। लगभग दो साल से इस प्राथमिक विद्यालय का हैण्डपंप खराब पडा है, उसको भी ठीक नहीं कराया गया। भारत के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहाल बच्चों की व्यवस्था पानी के पीने के लिए नहीं कर पाई, बच्चो को पानी पीने के लिए अपने अपने घर जाना पडता है, जिससे पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सरकार के लाखों रुपए स्कूल शिक्षा मिशन पर खर्च कर रही है, वहीं स्वच्छता अभियान में नगर परिषद पलीता लगाने में जुटी है। स्कूल भवन प्राथमिक विद्यालय में बुधवार की शाम को अचानक जिला कलेक्टर पहुंचे, क्योंकि इसी स्कूल में मतदान केन्द्र रहता है। इसका निरीक्षण किया तो गंदगी देख भडक गए, परंतु नगर परिषद के सीएमओ, कर्मचारियों अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेगी। मतदान केन्द्र निरीक्षण के दौरान दो महिला शिक्षक मौके पर नहीं मिलीं, जिनमें शकुंतला माहौर और राजाबेटी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई कर सकते हैं। उपस्थिति रजिस्टर पर एसडीएम अंकुर गुप्ता द्वारा हस्ताक्षर देखे गए हैं। नगर परिषद में कोई सुनने वाला नहीं है।