पुत्र ही निकला पिता का कातिल, हत्या कर गले में फंदा डालकर लटका दिया था पिलर से

देहात पुलिस ने किया चार वर्ष पूर्व हुए अंधे कत्ल का खुलाशा

भिण्ड, 14 जून। देहात थाना इलाके के मातादीन का पुरा में चार वर्ष पूर्व सुरेश श्रीवास्तव को उसके ही पुत्र ने रात में गला घोंटकर अपने घर की छत पर बने पिलर से रस्सी बांधकर छज्जे से लटका दिया था। देहात थाना पुलिस ने चार साल पहले हुए अंधे कत्ल का खुलासा कर मृतक के पुत्र को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा लिया है।
जानकारी के अनुसार विगत 28 अगस्त 2019 को मृतक सुरेश श्रीवास्तव के साले का लडक़ा फरियादी सुशील श्रीवास्तव ने थाना देहात में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके फूफा छत पर बने पिलर से रस्सी से छज्जे के नीचे फांसी पर लटके हुए हैं। उक्त सूचना पर से मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। जांच में मृत्यु संदेहास्पद पाए जाने से वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी निरीक्षक सुधीर सिंह कुशवाह ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर मय टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने मृतक के परिजनों के अलावा आस-पड़ोस के लोगों से बारीकी से पूछताछ की गई तो घटना के संबंध में बिना अपना नाम खुलासा करने की शर्त पर मृतक सुरेश की मृत्यु में उसके छोटे लडक़े पर शक होना बताया। दौराने जांच मृतक के परिजनों से कथन एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आए अभिमत में भिन्नता पाई गई, पीएम रिपोर्ट एवं साक्ष्य के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध अपराधा धारा 302 भादंवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामला अत्याधिक पेचीदा होने से मृतक सुरेश श्रीवास्तव की मृत्यु की गुत्थी सुलझाने के संबंध में पुलिस द्वारा पुन: बारीकी से जांच की गई। तो पता चला कि मृतक के पास काफी कर्जा हो गया था, जिससे वह अपना मकान बेचना चाह रहा था, जिसका विरोध उसका छोटा लडक़ा करता था। जिससे आए दिन मुंहवाद होता रहता था। घटना से एक दिन पूर्व मृतक तथा उसके लडक़े में मकान बेचने क ऊपर से पुन: विवाद हुआ, हाथापाई की नौबत आ गई, तब परिजनों ने मामले को शांत करवा दिया था। तभी छोटे लडक़े ने मृतक सुरेश से बोला कि आज रात्रि में देखता हूं, कैसे मकान बेचते हो, दूसरे ही दिन मृतक सुरेश का शव पिलर से लटका हुआ मिला था। परिजनों ने सुरेश की हत्या के संबंध में शक जाहिर किया, तभी पुलिस ने छोटे लडक़े से पुन: पूछताछ की तो उसने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
सराहनीय भूमिका
प्रकरण का खुलाशा करने में सीएसपी भिण्ड निशा रेड्डी, थाना प्रभारी देहात निरीक्षक सुधीर सिंह कुशवाह, उपनिरीक्षक नीतेन्द्र मावई, प्रधान आरक्षक सोनेन्द्र सिंह, गुरूदास सोही, केशव भदौरिया, आरक्षक मनीष राजौरिया, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, संदीप राजावत, दीपक जादौन की अहम भूमिका रही।