आलमपुर में बिजली प्रदाय हेतु डली केविलें हुई जर्जर

भिण्ड, 31 मार्च। आलमपुर कस्बे में विद्युत सप्लाई प्रदाय हेतु डली विद्युत केबिलें कई मोहल्ले में जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी हैं। कुछ स्थानों पर बिछी विद्युत केविलों में लोड सहन करने की बिल्कुल भी क्षमता नहीं बची हैं। विद्युत केविलों के बार-बार टूटने के कारण केबिलों में कई जगह ज्वाइंट (जोड़) हो गए हैं। विद्युत केबिलों पर लकड़ी बांधकर काम चलाया जा रहा है। हवा चलने पर विद्युत केविल के ज्वाइंट आपस में टकरा जाते हैं। जिससे विद्युत केबिलें फाल्ट होकर जमीन पर टपक जाती हैं। परिणामस्वरूप आलमपुर कस्बे की विद्युत सप्लाई कई घण्टे तक बाधित रहती है।
आलमपुर कस्बे के लोगों का कहना है कि कस्बे के कई गली मोहल्लों में विद्युत केबिल और जमीन के बीच इतना कम फासला है कि यदि कोई व्यक्ति हाथ उठाकर विद्युत केबिल को छूना चाहे तो वह बड़ी आसानी से छू सकता है। कस्बे की कुछ गली मोहल्ला में विद्युत केबिल की ऊंचाई कम होने के कारण वाहनों के निकलने में परेशानी उत्पन्न होती है। यदि नई मस्जिद के पास तथा पुलिया तिराहे से देभई चौराहे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर देखा जाए तो विद्युत केबिलें जमीन से महज सात-आठ फीट की दूरी पर झूल रही है। नई मस्जिद के पास परिहार मोहल्ले में भूसे से भरे ट्रैक्टर ट्राली का निकलना तो दूर पिकअप गाड़ी को निकालने में कठिनाई होती है। इधर बताया जाता है कि स्थानीय विद्युत वितरण केन्द्र पर विद्युत केबिल, तार सहित अन्य जरूरी विद्युत सामग्री का काफी लम्बे समय से अभाव बना हुआ है। लेकिन स्थानीय कार्यालय को विद्युत सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही। विद्युत लाइनों को दुरुस्त करने वाले कर्मचारी सामान के लिए तरस रहे हैं। यदि विद्युत वितरण कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ओर जल्द ही ध्यान नहीं दिया और जर्जर विद्युत केबिलों को बदलवाने के प्रयास नहीं किए तो आलमपुर कस्बे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।