अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण से कमलाराजा महाविद्यालय की छात्राएं हो रही लाभान्वित : श्रीमती सचान

ग्वालियर, 20 मार्च। शा. कमलाराजा स्वशासी स्नात्तकोत्तर कन्या महाविद्यालय के सभागार में भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में प्रमाणपत्र वितरण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने सरस्वती पूजन, दीप-प्रज्वालन व महाविद्यालय की छात्राओं शिवाली दुबे व दीक्षा उपाध्याय ने सरस्वती वंदना के सुन्दर गान से किया। अतिथियों के स्वागत में मंगलगीत मंत्रिता शर्मा ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का वाचिक स्वागत व कार्यक्रम की रूपरेखा संस्कृत विभागाध्यक्षा डॉ. कृष्णा जैन ने प्रस्तुत की।

कार्र्यक्रम की मुख्य अतिथि जन भागीदारी समिति की अध्यक्षा श्रीमती मीना सचान ने कहा कि अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण योजना से महाविद्यालय की छात्रायें संस्कृत संभाषण सीख रही हैं। निश्चय ही यह महाविद्यालय की विशिष्ट उपलब्धि है। विशिष्ट अतिथि के रूप में अरविन्द रघुवंशी व क्रीडा विभाग के मनोहर कटारिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंत्रिता शर्मा के संस्कृत गीत को सबने सराहा। साथ ही वंदना, सुशीला दोहरे, मंत्रिता व एकात्मता शर्मा जो की संस्कृत समर्पित माता व पुत्री हैं, चर्चा का विषय रहीं।
महाविद्यालय के अकादमिक सचिव डॉ. संजय स्वर्णकार ने संस्कृत के लिए ऐसे आयोजनों की मुक्तकण्ठ से प्रशंसा करते हुए संस्कृत विभाग को समृद्ध करने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एमआर कौशल ने की व अतिथियों के गरिमामय व ज्ञानप्रद भाषण की प्रशंसा करते हुए छात्राओं को संस्कृत में पठन पाठन करने की प्रेरणा दी। धन्यवाद ज्ञापन गिर्राज गुप्ता व कार्यक्रम का संचालन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली से आये अनौपचारिक संस्कृत शिक्षक कृष्णकांत पंचारिया ने किया। साथ ही भारतीय पिंगल नामक नवसंवत्सर की शुभकामनाएं दी गईं। कार्यक्रम में डॉ. आशा सिंह रावत सहित शोधछात्र व महाविद्यालय की संस्कृत विभाग व अन्य विभागों की छात्राएं उपस्थित रहीं।