वार्ड स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 31 जनवरी। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी अब्दुल गफ्फार के निर्देशन में वार्ड स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला पंचायत सभागार में आयोजित हुआ।
प्रशिक्षण में जिला बाल सरंक्षण अधिकारी अब्दुल गफ्फार द्वारा स्पष्ट किया गया कि शासन द्वारा बाल सरंक्षण पर सतत निगरानी और सर्वोत्तम बाल हित को दृष्टिगत रखते हुए बाल सरंक्षण समितियो का गठन किया गया है, जिसमें महिला बाल विकास की पर्यवेक्षक को सचिव बनाया गया है। बैठक आयोजन और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सचिव की होगी। बाल सरंक्षण समितियों का मुख्य कार्य उसके क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सभी बालको के हितों का सरंक्षण करते हुए सर्वोत्तम बाल हित पर कार्य करना ही है, यहां बालक को सपष्ट करते हुए बताया गया कि कोई भी जिसकी आयु 18 वर्ष से कम है किशोर न्याय अधिनियम में बालक समझा गया है।
प्रशिक्षण में अगले चरण में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर बाल सरंक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बाल सरंक्षण समिति के प्रकार्य, अधिकार और क्रियान्वयन के तरीको को समझाया। उन्होंने अवगत कराया कि हम बालको का हित तभी देख पाएंगे जब हमें बालको के संबंध में प्रचलित विभिन्न कानूनों, विधियों, शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओ की जानकारी होगी, प्रशिक्षण में आगे स्पष्ट किया गया कि हम इन समितियों के माध्यम से बाल विवाह मुक्त वार्ड, बाल भिक्षावृत्ति मुक्त समुदाय कि धारणा को यथार्थ में ला सकते हैं, हम यह प्रण ले सकते हैं कि हमारे संपूर्ण वार्ड, पंचायत में कोई भी बाल विवाह नहीं होने देंगे, हमारे क्षेत्र में कोई भी बच्चा भीख अथवा मजदूरी जैसे कार्यों में सलिप्त नहीं होगा, सुभेद्य बच्चों कि जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे ताकि उन्हें शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओ से सलग्न किया जाए। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों नहीं हैं, उनके सरंक्षण के लिए मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना संचालित है और ऐसे बच्चे जो अपने सरंक्षक से पृथक पाए गए अथवा उनके सरंक्षक पालन-पोषण करने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए संस्थागत सेवाएं बालगृह, शिशुगृह संचालित हैं, जहां बच्चे के पोषण, सरंक्षण और शिक्षण की संपूर्ण व्यस्था की जाती है। अंत में सभी सदस्यों से अपेक्षा की गई कि कोई भी पात्र बालक लाभान्वित हुए बिना न रहे और अपने वार्ड पंचायत को बाल हितैषी बनाने में सहयोग करें।
कार्यक्रम में महिला बाल विकास से लेखपाल आनंद मिश्रा, आंकड़ा विश्लेषक जितेन्द्र शर्मा, वार्ड सरंक्षण समितियों की सचिव, सदस्य उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण किट व स्वल्पाहार की व्यस्था कराई गई। अंत में बाल सरंक्षण और नशा मुक्त कार्यक्रम के तहत शपथ दिलाई जाकर हमारी पाती (नशा न करने के संबंध में) हस्ताक्षर के पश्चात समापन किया गया।