मध्यस्थता केन्द्र मेहगांव का हुआ उद्घाटन
भिण्ड, 30 जनवरी। मध्यस्थता प्रक्रिया को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जाकर समाज के वंचित व गरीब वर्गों तक न्याय को सुलभता पूर्वक पहुंचाने के उद्देश्य से तहसील न्यायालय परिसर मेहगांव में निर्मित मध्यस्थता केन्द्र का ई-लोकार्पण न्यायमूर्ति श्री रवि मलिमठ मुख्य न्यायाधिपति मप्र उच्च न्यायालय जबलपुर, मुख्य संरक्षक मप्रराज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के कर कमलों द्वारा न्यायमूर्ति श्री शील नागू प्रशासनिक न्यायाधिपति मप्र उच्च न्यायालय जबलपुर एवं कार्यपालक अध्यक्ष मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर, न्यायमूर्ति श्री दीपक कुमार अग्रवाल, (पोर्टफोलियो जज भिण्ड) मप्र उच्च न्यायालय जबलपुर तथा न्यायाधिपतिगण मप्र उच्च न्यायालय जबलपुर, श्री राजीव कर्महे, सदस्य-सचिव राविसेप्रा जबलपुर, प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिविसेप्रा भिण्ड अक्षय कुमार द्विवेदी, सचिव जिविसेप्रा भिण्ड सुनील दण्डौतिया की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
अपने उद्बोधन में मुख्य न्यायाधिपति श्री रवि मलिमठ ने मध्यस्थता प्रक्रिया को अधिक से अधिक बढ़ावा देने का आह्वन करते हुए बताया कि मध्यस्थता एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से विवादों का अंत किया जाता है, जिससे दोनों पक्षों के मध्य मधुर संबंध कायम रहते हैं, भविष्य में उनके मध्य विवाद होने के आसार कम हो जाते हैं तथा समाज में सौहृार्द बना रहता है। फल-स्वरूप विवाद-विहीन समाज प्रगति की दिशा में तेजी से बढ़ता चला जाता है, इसलिए मध्यस्थता आज समय की जरूरत है।
कार्यक्रम में अपर जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति मेहगांव अशोक कुमार गुप्ता, जेएमएफसी मेहगांव राकेश कुमार कुशवाह, जिला मुख्यालय भिण्ड एवं तहसील न्यायालय मेहगांव के न्यायाधीशगण, जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड सौरभ कुमार दुबे, तहसील अधिवक्ता संघ के पदाधिकारीगण, न्यायालय एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।