समूचा भिण्ड जिला भीषण सर्दी की चपेट में, तापमान तीन डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा

भिण्ड, 05 जनवरी। इस समय समूचा भिण्ड जिला भीषण सर्दी की चपेट में है, जिले का तापमान तीन डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। पिछले चार पांच दिन से चल रही सर्द हवाओं ने हर उम्र दराज के लोगों को कड़ाके की सर्दी का एहसास करा दिया है। भीषण सर्दी के चलते भिण्ड जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

भिण्ड जिले में तापमान लगातार नीचे खिसकता जा रहा है। गुरुवार को कड़ाके की सर्दी के दौरान जब लोगों ने गूगल पर सर्च कर भिण्ड जिले का तापमान देखा तो तापमान चार डिग्री सेल्सियस पर था। अत्याधिक सर्दी के चलते लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो गए हैं। जिले के अधिकांश बाजारों में सन्नाटा पसरा नजर आ रहा है। केवल जरूरतमंद लोग ही बाजारों में सौदा सामग्री खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। स्थिति यह उत्पन्न हो गई हैं कि लोग दिनभर गर्म कपड़े धारण किए आग का सहारा लेकर सर्दी से बचाव करने की कोशिश में लगे दिखाई देते हैं। जिले में कई जगह फिलहाल कोहरे का असर तो कम है। लेकिन बर्फीली हवाओं एवं धूप बारह बजे के बाद निकलने से सर्दी चरम सीमा पर पहुंच गई है।

बच्चें-बुजुर्ग एवं गौ वंश ठण्ड से सबसे अधिक प्रभावित

भिण्ड सहित अंचल में पड़ रही कड़ाके की सर्दी का सर्वाधिक असर बच्चों और बुुुुर्जुगों पर पड़ रहा है। सर्दी के चलते बच्चें एवं बुर्जुग सर्दी, जुकाम, खांसी से पीडि़त है। यदि भिण्ड शहर और ग्रामीण अंचल के सरकारी एवं प्राइवेट चिकित्सालयों में देखा जाए तो अनेक बच्चें एवं बुर्जुग इन मौसमी बीमारियों का उपचार कराते दिखाई देंगे। तो वहीं सड़कों पर बेसहारा गायों का बहुत बुरा हाल है। सड़कों पर आवारा रूप से विचरण करने वाले सैकड़ों गौवंश इस जबरदस्त सर्दी में थरथर कांपते फिर रहे है। उन्हें जहां आग जलती हुई दिखाई देती है तो वह ठण्ड से बचने के लिए आग के आस-पास खड़ी हो जाती है। अंचल में गौशाला के अभाव में अनेक बेसहारा गाय सर्दी की चपेट में आकर बे मौत मर रही है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अत्यधिक सर्दी से वह किसान भी सबसे ज्यादा परेशान है। जिन्हें रात्रि के समय खुले आसमान के नीचे रहकर आवारा पशुओं से फसल की रखवाली करना पड़ रही है।

सर्दी का सितम जारी और सुबह संचालित हो रहे कोचिंग सेंटर

समूचे ग्वालियर-चंबल संभाग में सर्दी का सितम जारी है, भीषण सर्दी को देखते हुए जिला प्रशासन भिण्ड ने प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों का सात जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। लेकिन भिण्ड जिले के कई नगरीय क्षेत्रों में आज भी सुबह पांच बजे से कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे है और कोचिंग सेंटर संचालकों द्वारा इस भीषण सर्दी में छोटे-छोटे बच्चों को पढऩे के लिए कोचिंग पर बुलाया जा रहा है। जिससे बच्चें सर्दी की चपेट में आकर बीमार हो सकते हैं। तड़के सुबह से कोचिंग संचालित करने वाले कोचिंग सेंटर संचालकों के खिलाफ भी जिला प्रशासन को कार्रवाई करना चाहिए।