गुरूजी ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रति लोगों में चेतना जाग्रत की थी

स्वतंत्रता सेनानी श्रीनाथ गुरू की 28वीं पुण्यतिथि पर श्रृद्धांजलि सभा आयोजित
समाजसेवी प्रो. अली एवं भदौरिया सचेतन सम्मान से सम्मानित

भिण्ड, 30 दिसम्बर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीनाथ शर्मा गुरूजी की 28वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शहर के वायपास रोड पर शिक्षक कॉलोनी डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर के संयोजन में संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पीएचई की सलाहकार अधिकारी संगीता तोमर एवं अध्यक्षता प्रो. रामानंद शर्मा की। बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ. रमेश कटारिया पारस ग्वालियर, श्रीनारायण शर्मा फूफ, जितेन्द्र बौहरे पूर्व सरपंच सोई एवं मुख्य वक्ता देवेन्द्र सिंह चौहान एडवोकेट मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. परमाल सिंह कुशवाह ने एवं आभार प्रदर्शन आशुतोष शर्मा आशु ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संयोजक डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर ने कहा कि सशस्त्र संघर्ष के प्रणेता श्रीनाथ गुरूजी भिण्ड जिले में होने वाली स्वतंत्रता संग्राम की सभाओं में अन्य क्षेत्रों के सेनानियों को लाने और सुरक्षित बापस पहुंचाने का काम करते थे। साथ ही सेनानियों के लिए हथियारों, गोला-बारूद को जुटाने की व्यवस्था करते थे, वे ज्ञानी और दूरदर्शी थे।
मुख्य वक्ता देवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि श्रीनाथ गुरूजी नौ जवानों को संगठित करने, प्रेरित करने और स्वतंत्रता संग्राम में निडर रहकर भाग लेने का काम करते थे। वह बड़े निर्भीक, निडर ओर साहसी थे। दुष्परिणाम, यातना, जेल की चिंता नहीं करते थे। उन्होंने संग्राम के दौरान जगह-जगह सभाएं आयोजित कर स्वतंत्रता संग्राम के प्रति लोगों में चेतना जाग्रत की। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भी गुरूजी का संघर्ष जारी रहा। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने गुरूजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रृद्धांजलि दी।

इनका हुआ सम्मान

इस अवसर पर समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाले सर्वोदय संत लल्लूदद्दा जनसेवा समिति हमीरापुरा अटेर के सचिव पहलवान सिंह भदौरिया एवं समाजसेवी प्रो. इकबाल अली को शॉल, श्रीफल एवं सचेतन सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।

इन्होंने की काव्यांजलि समर्पित

संगोष्ठी के उपरांत डॉ. शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र रौन, डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला, सतेन्द्र सिंह चौहान, दर्शनलाल गौड़, डॉ. बालकृष्ण पचौरी, डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, डॉ. परमाल सिंह कुशवाह, प्रदीप बाजपेयी युवराज, अशोक सोनी निडर फूफ, मनोज स्वर्ण, आशुतोष शर्मा नंदू आदि कवियों ने गुरूजी को काव्यांजलि अर्पित की।

इनकी रही मौजूदगी

इस मौके पर रामशंकर शर्मा, दीपक चौधरी, कमलकिशोर शर्मा, दीपेन्द्र बौहरे, रवीन्द्र बौहरे, गिरीश जोशी, एडवोकेट सूरज रेखा त्रिपाठी, मदन मोहन पालीवाल, देवेन्द्र जैन, सतेन्द्र शर्मा, महेन्द्र बौहरे, श्रीमती सोनू जैन, ब्रह्मालाल शिवहरे, नीरज शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे।