मन्दिर के जीर्णोद्धार में दान करोगे तभी आपके पुण्य से खजाने में नई संपत्ति आएगी : विनय सागर

मुनिश्री के सानिध्य में ऐतहार स्थित प्राचीन श्री पद्मप्रभु दिगंबर जैन मन्दिर का हुआ शिलान्यास
भव्य वेदी एवं नवीन मन्दिर में शिलान्यास समारोह में ग्वालियर, भिण्ड, अन्य जगहों से पहुंचे गुरुभक्त

भिण्ड, 12 नवम्बर। मन्दिर में दान देने की भावना रखोगे तो ही आपका ओर समाज का कल्याण होगा। नदियां बहती हैं, तभी उसका पानी मीठा होता है, इसलिए उसकी पूजा की जाती है। वहीं समुद्र पानी को संचित करता है, इसलिए उसका पानी खारा होता है। यही वजह है कि वह पीने योग्य नहीं होता है। इसीलिए मन्दिर के जीर्णोद्धार में दान करोगे तभी आपके पुण्य से खजाने में नई संपत्ति आएगी। यह विचार श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने शनिवार को जिला भिण्ड के ग्राम ऐतहार में श्री पद्मप्रभु दिगंबर जैन मन्दिर कमेटी की ओर से नवीन वेदी व मन्दिर शिलान्यास समारोह में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कही।

मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि दान किसी भी चीज का हो सकता है। उसमें धन-संपत्ति के अलावा और भी दान देने की वस्तुएं हैं, जिसको दूसरों के कल्याणार्थ दे सकते हैं। वह भी बिना किसी लोभ-लालच के, अगर उसे रोका तो वह धन टिकेगा नहीं, क्योंकि धन संपदा सदा से ही चलायमान रही है।
मुनिश्री के सानिध्य में कार्यक्रम शुभारंभ मुख्य अतिथि डिप्टी कलेक्टर पारख जैन भिण्ड व आकाश जैन अम्बाह ने ध्वजारोहण कर किया। मंगल चरण नृत्य प्राची, काजल और शालू जैन ने किया। वहीं प्रतिष्ठाचार्य सुरेन्द्र जैन उदयपुर व विजय कुमार शास्त्री आगरा को अंगवस्त्र भेट सम्मान मन्दिर समिति के राजू जैन, रामलखन जैन, मानिकचंद्र जैन, राजू जैन, प्रमोद जैन, पंचे जैन, उखमेन्द्र जैन, पारस जैन, जवाहर जैन, गुजन जैन ने किया। मुनिश्री के चरणों में श्रीफल ऐतहार मन्दिर समिति के साथ जैन समाज, ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, आगरा, अम्बाह, भोपाल, दिल्ली आदि जगहों से गुरुभक्तों ने पहुंचकर मंगल आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम का संचालन उमेश जैन भिण्ड व प्रेमेन्द जैन पप्पू एवं आभार कमेटी के राजू जैन ने व्यक्त किया।


1500 वर्ष प्राचीन भगवान पाश्र्वनाथ का हुआ अभिषेक, गूंजे जयकारे

श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने 108 मंत्रों के साथ ऐतहार 1500 वर्ष प्राचीन जैन मन्दिर के अद्भुत चौमुखी भगवान पाश्र्वनाथ प्रतिमा का जैन समाज के लोगो ने कलशों में जलधार से अभिषेक जयकारे के साथ सभगार गूंज उठा। भगवान पाश्र्वनाथ के मस्तक पर विशेष शांतिधारा की गई।

इन्हें मिला मन्दिर का शिलान्यास करने का परम सौभाग्य

जैन समाज ग्वालियर के मीडिया प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज सानिध्य प्रतिष्ठाचार्य सुरेन्द्र जैन व विजय कुमार शास्त्री ने मंत्रों के साथ प्रथम मुख्य शिला राजू जैन मुंबई व समिति के पदाधिकारियों ने शिलान्यास किया। सोने की ईंट प्रीति जैन भोपाल, चांदी ईंट सरोज जैन ग्वालियर रखी। यंत्र संजीव जैन, स्वातिक मनीष राजेन्द्र जैन, चांदी की हथौड़ी बुद्धे शर्मा ऐतहार, चांदी की गेती मीना अंकित जैन भिण्ड, फांवड़ा सरोज जैन ग्वालियर, तसला श्रीमती नागिन जैन, राजू जैन परिवार, कन्नी सोनू जैन भिण्ड को सौभाग्य मिला। वहीं जैन समाज के लोगों ने भी शिलाएं राखीं।