बरसात के चलते गिरा मजदूर का आधा कच्चा मकान

आवास की राशि डलवाने के लिए काट रहे नप के चक्कर

भिण्ड, 21 सितम्बर। प्रधानमंत्री आवास योजना धरातल पर सिर्फ भगवान के भरोसे है, क्योंकि नगर परिषद दबोह का आलम ही कुछ यूं है। मामला 20 से 21 सितंबर 2022 की रात्रि का है जब नगर के वार्ड क्र.चार में निवासरत मजदूर सरमन शाक्यवार का आधा कच्चा मकान (अंदर का कमरा) भारी बारिश के चलते धराशाही हो गया। फिलहाल तो इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई, परंतु एक बड़ी घटना घटित होते-होते बच गई।
सरमन बताते हैं कि लगभग चार साल पहले उन्होंने अपने पिता अर्जुन के नाम आवास के लिए नप में आवेदन दिया था। जिसके बाद वह पात्रता सूची में भी आ गए थे, परंतु एक वर्ष पहले ही उनके पिता की मृत्यु हो जाने की वजह से उन्होंने पुन: अपनी माताजी के नाम नप में दस्तावेज जमा किए। जिसके बाद से वह लगातार नप के चक्कर काट रहे हैं, परंतु अब तक उन्हें आवास की एक भी किस्त नहीं मिली, यह सभी बातें सरमन ने कही। सूत्रों की मानें तो सरमन के मकान के आगे का हिस्सा भी लगभग दो-तीन माह पहले धराशाही हो गया था और अब घर के अंदर का कमरा भी धराशाही हो गया। उन्होंने बताया कि हर बार नप जाने पर कर्मचारी द्वारा उन्हें एक नई तारीख पर आने को कहा जाता है।


वहीं भाजपा नेता संतोष तिवारी ने स्थानीय नप पर हल्ला बोलते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नप अपनी हटकर्मी के कारण लेट लतीफ कर देती है और वह गरीब लोगो को इस कगार पर खड़ा कर देती है कि वह बेघर की स्तिथि में आ जाते हैं। वहीं भाजपा नेता अरविंद गुप्ता छोटू नेता ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि हितग्राही की सारी चीजें साफ है, चौथी सूची में हितग्राही का नाम भी पात्रता में शामिल है फिर भी नप द्वारा अब तक आवास की किस्त नहीं डाली गई। वहीं उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय पर कांग्रेस का कब्जा है, जिसके चलते वह अपने चहेतों को पहले प्राथमिकता देते हैं।
वहीं इस पूरे मामले को नप कर्मचारी रामकुमार शर्मा ने स्पष्ट करते हुए बताया कि हितग्राही पात्रता सूची में शामिल है, पहले आवास उनके पिता के नाम स्वीकृत था, परंतु उनकी मृत्यु हो जाने के बाद उनकी पत्नी के नाम पर अटैचमेंट हुआ है व आधार कार्ड इनवैलिड होने की वजह से देरी हुई है, जिसका सुधार कराया जा चुका है, राशि आने के बाद जल्द ही हितग्राही को राशि डाल दी जाएगी। फिलहाल तो हितग्राही का आधा मकान धराशाही हो गया है अगर जल्द से जल्द नप ने आवास की राशि स्वीकृत न की गई तो बारिश के चलते पूरा मकान धराशाही होने की आशंका है, ऐसे में हितग्राही के लिए यह एक बड़ी बिडम्बना है।
साथ ही इस पूरे मामले में नप उपाध्यक्ष हाकिम सिंह चौधरी ने बताया कि हितग्राही का कच्चा मकान अभी का नहीं, बल्कि लगभग दो माह पहले धराशाही हुआ था। वहीं उन्होंने कहा कि फिलहाल तो ऊपर से अभी राशि आवंटन नहीं हुई है जैसे ही चार-पांच दिन में राशि आती है हितग्राही के खाते में राशि डाली जाएगी। वही वार्ड क्र.15 में निवासरत साबित्री रायकवार का भी मकान धराशाही हो गया है। साबित्री देवी घर पर अकेली ही अपना जीवन यापन करती हैं। इनके द्वारा आवास का फार्म भी भरा जा चुका है, परंतु वह पात्रता की सूची में है या नहीं यह नगर परिषद के कर्मचारी ही जानते हैं।