विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस पर भारत विकास परिषद महिला शाखा ने किया व्याख्यानमाला कार्यक्रम आयोजित
भिण्ड, 16 सितम्बर। जहां एक ओर हमारे जीवन में विकास अत्यंत आवश्यक है, वहीं दूसरी ओर यदि हमारे जीवन के अस्तित्व पर खतरा मंडराता है तो दोनों में संतुलन से ही ओजोन परत में हुए डैमेज को नियंत्रित किया जा सकता है। यह विचार कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने भारत विकास परिषद महिला शाखा जागृति द्वारा विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस पर आयोजित सेमिनार में स्थानीय आयुषी आईटीआई कॉलेज में व्यक्त किए।
उन्होंने उदाहरण देकर समझाया जिस प्रकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड विभिन्न छोटे-छोटे तत्वों से मिलकर बना है, उसी प्रकार मानव शरीर भी छोटी-छोटी कोशिकाओं इत्यादि से मिलकर बना है। हमें संपूर्ण सृष्टि एवं मानव जीवन के अस्तित्व में विकास की अंधी दौड़ नहीं करनी है, बल्कि अपनी आवश्यकताओं को न्यूनतम रखते हुए इस सृष्टि को सहेजना होगा।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि इस प्रकार की जागरुकता कार्यक्रम सामाजिक संगठनों द्वारा ही तय किए जा सकते हैं, जिससे कि जन-जन तक विषय पहुंच सके, उन्होंने भारत विकास परिषद के कार्यों की प्रशंसा करते हुए हर संभव साथ रहने का भी आश्वासन दिया। इसी क्रम में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया, शैलेश नारायण सिंह कुशवाह, डॉ. मनोज जैन ने मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि के तौर पर ओजोन परत संरक्षण पर अपने विचार रखे और सदन को संबोधित किया।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण से किया गया। परिषद की महिला पदाधिकारी एवं सदस्य द्वारा समस्त अतिथियों को माल्यार्पण एवं टीका वंदन कर स्वागत किया गया। तत्पश्चात शाखा अध्यक्ष निशी गुप्ता ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और संचालनकर्ता श्रवण पाठक ने विषय की प्रस्तावना रखी। परिषद की पूर्व अध्यक्ष आभा जैन ने भी मंचासीन रहते हुए अपने विचार रखे। परिषद के सदस्यों ने मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को शॉल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। पत्रकार गिरिराज पाण्डेय को भी शील्ड एवं भेंट देकर अभिनंदन किया। परिषद की ओर से अरुणा पाठक, अंजू पहाडिय़ा, दिव्या शिवहरे, अंजू शर्मा, संगीता कौशल, अन्नपूर्णा शर्मा, प्रियांशी शर्मा, प्रियंका गुप्ता, धीरज शुक्ला, डॉ. साकार तिवारी, देवकांत बरुआ, सुरेश बरुआ, मनोज दीक्षित, संजीव गुप्ता, सुनीता सोनी इत्यादि उपस्थित रहे।