हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं एवं बधाई

है सुंदर भाव अभिव्यक्ति, सहज संवाद ये हिन्दी!
सभी भाषा का कर देती, सरल अनुवाद ये हिन्दी!!
है प्रकटी देव-वाणी से, ये लाई ज्ञान का दीपक
मिला माँ शारदे से जो, वो आशीर्वाद ये हिन्दी!!

हमारी मातृ भाषा यह, हमारा मान है हिन्दी!
कहीं यमुना कहीं गंगा का अमृत पान है हिन्दी!!
कभी सूरा कभी कबिरा, कभी हम जायसी पढ़ते
अमिट इतिहास पन्नों पर, हमारा ज्ञान है हिन्दी!!

अंग्रेजी के किले ढहेंगे, जब हिन्दी को लायेंगे!
हिन्दी भाषा सरस सुहानी, इसका मान बढ़ायेंगे!!
बिन्दी माथे चमक रही जो, हिन्दी उसको कहते हैं
यह कल्याणी सदा शुभम् है, इसको शीश झुकाएंगे!!

बंधन मुक्त करो हिन्दी को, राजनीति की जंजीरों से!
हिन्दी को मत जख्मी करना, जाति-पांति की शमशीरों से!!
यह गीता, यह रामायण है, पाठ नित्य हम इसका करते
अब बहती यह निर्मल धारा, और तेज हो तदबीरों से!!

सत्यम शिवम औ सुंदरम, हिन्दी मेरी शान!
यह अमृत है ज्ञान का, कर लें इसका पान!!
हिन्दी भाषा अमर रहेगी, यह जन-जन की पीर कहेगी!
यह गंगा है, यह यमुना है, अविरल इसकी धार बहेगी!!

लेखक- सुरेश चंद्र द्विवेदी, व्याख्याता, डाइट