दीर्घतमा सहित तीन पुस्तकों पर हुई परिचर्चा एवं समीक्षा

ग्वालियर, 27 फरवरी। पाठक मंच (साहित्य अकादमी मप्र संस्कृति परिषद भोपाल से संबद्ध) के निदेशक विकास दवे के सहयोग से जीवाजी विश्वविद्यालय भाषा अध्ययन केन्द्र में शनिवार को पुस्तक समीक्षा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अकादमी से प्राप्त तीन पुस्तकों की समीक्षा की गई। ‘मन पवन की नौका’ लेखक कुबेरनाथ राय जिसकी समीक्षा- डॉ. निशी भदौरिया ने की है। एक और पुस्तक ‘दीर्घतमा’ जिसके लेखक सूर्यकांत बाली की समीक्षा डॉ. राहुल श्रीवास्तव ने की। तीसरी पुस्तक ‘भारतीय इतिहास- दृष्टि और माक्र्सवादी लेखन’ जिसके लेखक शंकर शरण इसकी समीक्षा- डॉ. रीना भार्गव द्वारा की गई है।

सर्वप्रथम मां सरस्वती की वन्दना एमए हिन्दी की छात्रा आस्था ने की। अतिथियों ने मां सरस्वती का पूजन किया। अध्यक्ष की आसंदी पर ज्वाइंट कलेक्टर डॉ. हरगोविन्द सिंह भदौरिया उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि शिक्षक, साहित्यकार उमा उपाध्याय एवं अन्य अतिथि के रूप में साहित्यकार नीति नितिन जी उपस्थित हुई। अतिथियों का स्वागत डॉ. धर्मेन्द्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम का सुंदर शब्दों में संचालन छात्र दीपक शर्मा ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों, छात्रों, शिक्षकों एवं साहित्यकारों का आभार कार्यक्रम संयोजक डॉ. ज्योत्स्ना सिंह राजावत ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. राखी वशिष्ठ, डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, डॉ. प्रीती बरसेना, दीक्षा त्यागी, आस्था राजावत, लितेश कटारे, संदीप सिंह, देवेन्द्र सिरोलिया, सोनाली माहौर, मीना, आकांक्षा चौहान उपस्थित हुए।