घायल गौवंश का उपचार कर रहे हैं ग्रामीणजन, प्रशासन नही कर रहा है मदद

भिण्ड, 16 जनवरी। दबोह नगर तथा उसके आस-पास ग्रामीण अंचलों में इस सर्दी के समय गौवंश ठण्ड से अधिक बीमार हो रहे हैं तथा इनकी सुध लेने वाला कोई भी अधिकारी नहीं आ रहा है। कहने को तो गौ माता के लिए कई जगह गौशाला बनी हुई हैं पर उसमे कोई भी कि व्यवस्था नहीं, जिसके चलते गौवंश खुले आसमान के नीचे अपना दम तोड़ रही हैं।
दबोह कस्बे के पास स्थित ग्राम पिपरी में एक लावारिश घायल गौवंश की सेवा उपचार के लिए गौ रक्षा संगठन के सदस्य आगे आए, गौ सेवकों द्वारा डॉक्टर को भी सूचित किया गया, लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे तो गौ रक्षकों ने स्वयं गाय को बचाने की ठानी और मिलजुल मरहम-पट्टी कर घायल गौवंश का प्राथमिक उपचार किया। यहां बता दें कि कुछ दिन पूर्व ग्राम पिपरी में गौ रक्षा संगठन संस्थापक संतोष चौहान द्वारा ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया था, जिसमें दर्जनों युवाओं ने गौ रक्षा संगठन से जुड़कर गौ सेवा का संकल्प लिया था। उक्त गौ रक्षक गौ सेवा कार्य के लिए समर्पित हैं और जमीनी स्तर पर गौ सेवा कर रहे हैं। पर प्रशासन इनका कोई सहयोग नहीं कर रहा है। घायल गौवंश के उपचार, देख-रेख, चारे-पानी आदि की सेवा में राजवीर बघेल, मोनू खेमरिया, शिशुपाल सिंह, संदीप पाल, लखन मुदगिल, विवेक मुदगिल, शैलेन्द्र पाल आदि गौ रक्षक लावारिश गौवंश की सेवा में लगे हुए हैं।