भाजपा के मनमोहन सिंह हैं अपने मोदीजी

– राकेश अचल 18वीं लोकसभा का सत्र आषाढ़ के दूसरे दिन से शुरू हो रहा है।…

आषाढ़ का पहला दिन और हम-आप

– राकेश अचल आषाढ़ का पहला दिन अर्थात वर्षा ऋतु का पहला दिन। कालिदास का मेघदूत…

भ्रष्टाचार का नीट, लेकिन सियासत ढीट

– राकेश अचल नीट परीक्षा के प्रश्न पत्रों का लीक होना इस देश के लिए शायद…

अदालती फैसलों का एक ख़ास दिन

@ राकेश अचल सप्ताह के सात दिनों में कभी-कभी कोई दिन किसी ख़ास बात के लिए…

धारा 370 का भूत सियासत से पर्दे तक

– राकेश अचल धारा 370 यानि ‘आर्टिकल 370’ अब एक मृत शब्द है। जम्मू-कश्मीर के बूट…

धर्मतंत्र में तब्दील होता गणतंत्र

– राकेश अचल 26 जनवरी 2024 को भारतीय गणतंत्र स्थापना की 75वीं सालगिरह है। लेकिन इसका…

राज-धर्म के बाद गठबंधन धर्म संकट में

– राकेश अचल भारतीय लोकतंत्र और राजनीति कभी भी संकट मुक्त नहीं रह सकते। कभी यहां…

राष्ट्रीय गीत : गणतंत्र दिवस की शान

– कवि किशोरीलाल जैन ‘बादल’, भिण्ड इस गणतंत्र दिवस का, हम सब करें मान सम्मान। हमारा…

भारत-रत्न का कर्पूरी होना सुनियोजित

– राकेश अचल भाजपा सरकार के इस फैसले का मैं खुले दिल से स्वागत करता हूं…

गाइए रघुपति, रघुनंदन

– राकेश अचल आज जन-गण-मन को गाने का नहीं, रघुपति रघुनंदन के गीत गाने का दिन…