– कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को फूड बास्केट वितरण करने किया आह्वान
– समय-सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित
भिण्ड, 14 अप्रैल। समस्त विभाग सीएम हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण में फोकस करें। यह बात कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट सभागार भिण्ड में आयोजित समय सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कही। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुनील दुबे, अपर कलेक्टर एलके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर अंकुर रवि गुप्ता सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी तथा कई अधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने सीएम हेल्पलाईन में लंबित शिकायतों तथा निराकरण की स्थिति की विभागवार समीक्षा की। साथ ही सभी विभाग अधिकारियों को 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों के निराकरण में भी फोकस करने निर्देश दिए। उन्होंने ई-ऑफिस प्रणाली की समीक्षा कर कहा कि सभी कार्यालय प्रमुख सभी कार्यालयीन कार्यों में ई-ऑफिस प्रणाली का उपयोग करें, ताकि ई-ऑफिस के माध्यम से कार्यों को सरल, प्रभावी, पारदर्शी और जवाबदेह बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि सभी कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ई-ऑफिस प्रणाली का उपयोग आवश्यक है। कार्यालयीन कार्यों को ई-ऑफिस प्रणाली में करने से समय की बचत होगी और तुरंत आदेश निर्देश जारी किए जा सकेंगे तथा प्रकरणों का निराकरण भी समय सीमा में हो सकेगा। उन्होंने सभी नगरीय निकाय सीएमओ को निर्देशित कर कहा कि नाले-नालियों की नियमित साफ-सफाई कराई जाए, ताकि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो। यदि किसी नाले-नाली पर अतिक्रमण या जल निकासी का रास्ता अवरुद्ध है तो उसे तत्काल हटाया जाए, ताकि जलजमाव जैसी स्थिति नहीं बने।
कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा टीबी उन्मूलन हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिले के सभी विभाग अधिकारियों को निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीज को फूड बास्केट उपलब्ध कराने का आह्वान किया। उन्होंने समस्त कार्यालय की सार्थक एप्लिकेशन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने के संबंध में समीक्षा की गई। उन्होंने ई-केवाईसी की समीक्षा कर कहा कि संबंधित अधिकारी समग्र ईकेवाईसी पर विशेष ध्यान दें और कार्य में प्रगति लाएं। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन, मिलावट के विरुद्ध कार्रवाई, मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्रों के निराकरण की समीक्षा, सीएम एवं सीएस मॉनिट, टीएल पत्र निराकरण की समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।