मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर का महातीर्थ बरासों में हुआ मंगल प्रवेश

भिण्ड, 27 जून। समाधि सम्राट गणाचार्य विराग सागर महाराज एवं पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज के शिष्य मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसाम्य सागर महाराज ससंघ का महातीर्थ अतिशय क्षेत्र बरासों में शुक्रवार को सुबह भव्य मंगल प्रवेश हुआ।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में पार्षद मनोज जैन ने बताया कि मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज ससंघ का भिण्ड नगर में चातुर्मास हेतु आगमन हो रहा है, जो इंदौर से शिवपुरी, गुना, सोनागिर, बेहट होते हुए महातीर्थ बरासों जैन मन्दिर में शुक्रवार को मंगल प्रवेश किया। 29 जून को बरासों से आगरा उप्र के लिए विहार करेंगे, जहां पांच जुलाई को आगरा में वेदी प्रतिष्ठा कर 6 जुलाई को बापस भिण्ड के लिए विहार करेंगे, जो 12 जुलाई को नगर में प्रवेश कर कलस स्थापना होगी। उन्होंने बताया कि भगवान महावीर स्वामी की समवशरण स्थली अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मन्दिर की जीर्णशीर्ण हालात को देख कर पहली बार मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज ने चातुर्मास किया था। उन्होंने मन्दिर का जीर्णोद्धार कराकर देश प्रदेश में नाम किया, जिसे देश के विभिन्न स्थानों के लोग अष्टमी चौदस को दर्शन करने आते है। इस अवसर पर राजेन्द्र जैन बिल्लू, चक्रेश जैन, नरेश जैन, सुनील शक्कर, मुकेश जैन, अशोक महामाया विकाश जैन, अक्षय जैन आदि मौजूद थे।