एनएसएस छात्रों में सामाजिक दायित्व, चेतना, स्वप्रेरित अनुशासन और श्रम के प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न करती है : तोमर

– नशा एक सामाजिक बुराई है, इसे दूर करें : प्राचार्य चौहान
– राष्ट्रोत्थान के लिए विकसित भारत क्विज में युवा बढ़-चढ़कर भागीदारी करें : डॉ. गुर्जर
– उत्कृष्ट विद्यालय में एनएसएस का द्वितीय ओरिएंटेशन आयोजन

भिण्ड, 12 अक्टूबर। शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक भिण्ड में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्रों के लिए प्राचार्य पीएस चौहान के निर्देशन एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर के मार्गदर्शन में उन्मुखीकरण कार्यक्रम हुआ। जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में राज्य एनएसएस पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ स्वयं सेवक धर्मेन्द्र सिंह तोमर का मार्गदर्शन छात्रों को प्राप्त हुआ।
तोमर ने एनएसएस के मूल दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के दौरान समाज से जोड़कर उनके मन और मस्तिष्क में समाज सेवा और राष्ट्रीयता की भावना के साथ श्रम संस्कार डालना है। इससे वे अपने रिक्त समय और अवकाश का सदुपयोग सामुदायिक सेवा के रूप में कर सकें, जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास हो। उन्होंने एनएसएस के इतिहास, विकास यात्रा, कैरियर अवसरों और लाभों के बारे में भी विस्तार से बताया कि पढ़ाई के साथ ही एनएसएस विभिन्न शिविरों के माध्यम से छात्रों में स्व अनुशासन, सहनशीलता, भाईचारा, नेतृत्व कौशल और वक्तृत्व कौशल का विकास हो जाता है जो जीवन में सफलता के लिए सहायक होते है।
प्राचार्य पीएस चौहान ने कहा कि अनुशासित, प्रशिक्षित और समर्पित युवा ही विकसित भारत का सपना पूरा करेंगे। डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग क्विज के बारे में विस्तार से छात्रों को बताया और अपील की कि अधिक से अधिक युवा माय भारत पोर्टल पर पंजीयन कर इसमें सहभागिता करें और राष्ट्र विकास में अपना योगदान दें। प्राचार्य द्वारा प्रार्थना सभा में सभी छात्रों और शिक्षकों को नशामुक्त भारत अभियान के तहत मद्यनिषेध एवं नशामुक्ति की शपथ दिलवाई। कार्यक्रम में वोकेशनल शिक्षक भूपेन्द्र सिंह कुशवाह, स्वयं सेवक नृपेन्द्र, विजय, तनीषा, नितेश, अवंतिका, श्रेया, नंदिनी, प्रिंस, संध्या, अदिति, पायल, लक्ष्मी, मुस्कान, प्रशांत आदि मौजूद रहे।